बैरकपुर. उत्तर 24 परगना के दत्तपुकुर से सियालदह जा रही लोकल ट्रेन में बच्चा चोर होने के संदेह में एक महिला की हुई सामूहिक पिटाई की घटना में सात दिनों बाद आखिर उस महिला को उसका बच्चा वापस मिला. उत्तर 24 परगना के बामनगाछी के मुरली इलाके की निवासी महिला बसंती पांडे अपने बच्चे को वापस पाकर काफी खुश है. मालूम हो कि 26 जून को उत्तर 24 परगना के बामनगाछी से एक साल के अपने बच्चे को लेकर ट्रेन में चढ़ी महिला को बच्चा चोर के संदेह में सामूहिक पिटाई की गयी थी. बिराटी स्टेशन पर भी उतार कर महिला को पीटा गया था और अंत में महिला और बच्चे को जीआरपी के हवाले कर दिया गया था. जांच में पता चला कि वह बच्चा उसी महिला का है. बच्चे के पिता रामेश्वर पांडे नाम का एक शख्स उसी दिन जीआरपी थाने पहुंचा और बताया कि उसकी पत्नी का नाम बसंती है. वह बामनगाछी में किराये के घर में रहते हैं. बच्चा उनका ही है. फिर महिला को उनके पति के हवाले कर दिया गया था लेकिन बच्चे को चाइल्ड लाइन में भेज दिया गया था. वहां कई तरह की कानूनी प्रक्रियाओं के कारण बच्चे को महिला को वापस लौटाने में विलंब हुआ.
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