बांकुड़ा . डीवीसी स्टाफ एसोसिएशन के संस्थापक की जन्म शताब्दी मनायी गयी. संगठन की एमटीपीएस शाखा ने स्वतंत्र भारत में पश्चिम बंगाल और भारत के ट्रेड यूनियन आंदोलन के प्रतीकों में से एक और डीवीसी स्टाफ एसोसिएशन के संस्थापक महासचिव दिवंगत सुनील रंजन सेनगुप्ता की जन्म शताब्दी मनायी. इस अवसर पर मंगलवार को डीवीसी के मेजिया थर्मल पावर प्रोजेक्ट के यूनिट कार्यालय में कर्मचारी संघ ने सेमिनार का आयोजन किया. मौके पर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया. शिविर का उद्घाटन मेजिया थर्मल पावर प्रोजेक्ट के मुख्य महाप्रबंधक प्रद्युम्न प्रसाद साहा ने किया. मौके पर स्टाफ एसोसिएशन के ऑल वैली अध्यक्ष और राज्य के आरएसपी नेता अशोक घोष, सारा वैली संगठन के महासचिव अनिलकुमार प्रसाद, श्रमिक आंदोलन के नेता सैयद अफैद अली व इंटक द्वारा संचालित डीवीसी कर्मचारी उपस्थित थे. केंद्रीय सचिव अरिंदम बनर्जी, डीवीसी सारा वैली श्रमिक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष समीर बाईन, सीटू नेता सुमन गोस्वामी, वामपंथी नेता माणिक धांग, असीम मंडल और श्रमिक आंदोलन के अन्य नेता भी उपस्थित रहे. अशोक घोष ने कहा कि स्वर्गीय सुनील रंजन सेनगुप्ता अनुशीलन समिति के एक सक्रिय सदस्य के रूप में ब्रिटिश भारत में स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हुए थे. मेधावी सुनील रंजन सेनगुप्ता ने कलकत्ता विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर की पढ़ाई के दौरान छात्र आंदोलन का नेतृत्व किया और शासकों की नींद उड़ा दी थी. बाद में वह कलकत्ता के एक कॉलेज में व्याख्याता के रूप में शामिल हो गये. लेकिन श्रमिक आंदोलन के हित में इस सम्मानजनक नौकरी को छोड़कर 1950 में वह एक साधारण लिपिक कर्मचारी के रूप में डीवीसी में शामिल हो गये. फिर उन्होंने डीवीसी और अखिल भारतीय मजदूर आंदोलन में अहम भूमिका निभायी. कर्मचारी संघ की एमटीपीएस इकाई के सचिव विद्युत कर्मकार ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में श्रमिक आंदोलन काफी कठिन है जिस तरह से दिवंगत नेता ने डीवीसी अधिकारियों को कार्य संस्कृति को गरिमा के स्थान पर स्थापित करने में मदद की, वह आजकल संभव नहीं है. यूनिट अध्यक्ष सुदीप दत्ता ने बताया कि इस दिन रक्तदान शिविर में तीन महिलाओं समेत कुल 38 लोगों ने रक्तदान किया. रक्त को बांकुड़ा मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक ने एकत्र किया.
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