बर्दवान/पानागढ़. लोकसभा चुनाव के चौथे चरण की 13 मई को वोटिंग के बाद जिले में चुनाव बाद हिंसा का दौर चल पड़ा है. गुरुवार सुबह जिले के मंतेश्वर थाना क्षेत्र के शेलिया ग्राम में मंतेश्वर मंडल-तीन के बूथ नंबर 168 के भाजपा एजेंट को उसके घर के बाहर सड़क किनारे मृत पाया गया. मृतक का नाम अभिजीत मंडल था. सूचना पाकर पुलिस वहां पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए बर्दवान मेडिकल कॉलेज भेज दिया. पुलिस ने प्राथमिक तौर पर अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. जबकि भाजपा के लोगों का आरोप है कि अभिजीत को तृणमूल के गुंडों ने रात के अंधेरे में मौत के घाट उतार दिया. अभिजीत मंडल के दो बेटियां हैं.मालूम रहे कि चौथे चरण के तहत जिले में 13 मई को मतदान के दिन ही मंतेश्वर पहुंचे बर्दवान-दुर्गापुर संसदीय सीट से भाजपा प्रार्थी दिलीप घोष के काफिले पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया था. सुरक्षा गार्ड के एक वाहन में तोड़फोड़ व पथराव किया गया था.
इधर, भाजपा के आरोप को सिरे से नकारते हुए तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार किया. कहा कि दिलीप घोष जानबूझ कर उक्त बूथ के पास दर्जनों प्रेस के स्टीकर लगे वाहनों में अपने समर्थकों के साथ अशांति पैदा करने पहुंचे थे. शांतिपूर्वक चल रहे मतदान में बाधा डालने की कोशिश की गयी. बताया गया है कि तृणमूलकर्मियों के विरोध व टकराव को टालते हुए पुलिस वहां से दिलीप घोष को उनके काफिले के साथ किसी तरह हटा कर अन्यत्र ले गयी. उसके बाद दिलीप बर्दवान पहुंचे, जहां एक तृणमूलकर्मी को कथित तौर पर भाजपाइयों ने पीट दिया. फिर आक्रोशित ग्रामीणों ने दिलीप घोष के वाहन में तोड़फोड़ की. किसी तरह वहां से भी पुलिस ने दिलीप को हटाया था. गुरुवार को भाजपा के कार्यकर्ता का शव मिलने से एक बार फिर मंतेश्वर में सियासी माहौल गरमा गया है.
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