सहानुभूति वोट पाने की जुगत में तृणमूल : दिलीप

दुर्गापुर में भाजपा के बूथ कर्मी सम्मेलन में सत्ताधारी पार्टी पर खूब बरसे बर्दवान-दुर्गापुर के भाजपा प्रार्थी

By Prabhat Khabar News Desk | April 22, 2024 9:50 PM

दुर्गापुर.

सोमवार को विवादित टिप्पणी करने पर भाजपा नेता व बर्दवान-दुर्गापुर संसदीय सीट के पार्टी प्रत्याशी दिलीप घोष के खिलाफ पूर्व बर्दवान के तृणमूल कांग्रेस जिलाध्यक्ष रवींद्रनाथ चट्टोपाध्याय ने चुनाव आयोग से शिकायत की. इसके बावजूद दिलीप घोष का अंदाज नहीं बदला है. उन्होंने यहां भाजपा के बूथकर्मी सम्मेलन में हिस्सा लिया और सत्ताधारी पार्टी पर जम कर हमला बोला. हाल में अपने व भतीजे पर हमला होने की आशंका वाले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर तंज कसते हुए भाजपा नेता ने कहा कि आम चुनाव में अपनी हार को देख कर हताशा में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस अब सहानुभूति वोट पाने की जुगत लगा रही है. भाजपा प्रत्याशी के मुताबिक जो लोग अराजक-तत्वों व आतंकियों को बंगाल में पनाह देते हैं, उन पर भला हमला कौन करेगा. तृणमूल की मुखिया के इशारे पर कोलकाता पुलिस अब ड्रामा कर रही है. मालूम रहे कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल में कहा है कि उन पर और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी पर हमला किया जा सकता है. इस सिलसिले में मुंबई से एक गैंगस्टर भी पकड़ा गया है. इसे लेकर भाजपा प्रत्याशी दिलीप घोष ने कहा कि यह सब चुनाव में सहानुभूति वोट पाने का हथकंडा है, जो अब काम नहीं आयेगा. किसी का नाम लिये बिना दिलीप ने कहा कि चोर को चोर ना बोलें, तो क्या बोलें. एक बार नहीं, बार-बार ऐसा बोलेंगे. पूरा परिवार चोर है. उनके मंत्रियों, नेताओं व करीबियों के यहां से बेहिसाब धन-दौलत बरामद हुई है. कई मंत्री जेल में चले गये हैं. इस सरकार के घोटालों व भ्रष्टाचार की पोल जनता के सामने खुल गयी है. अब जनता तृणमूल की असलियत से वाकिफ हो गयी है. ऐसे में सत्ताधारी पार्टी में हताशा व निराशा का माहौल है. इसलिए उसकी मुखिया ऐसे बयान देकर जनता की हमदर्दी पाने की कोशिश कर रही हैं. लेकिन बंगाल की जनता अब जाग चुकी है. उसने यहां की सरकार को सत्ता से हटाने का मन बना लिया है. एसएससी में हुए भ्रष्टाचार को लेकर भी भाजपा नेता ने तृणमूल को आड़े हाथ लिया. उनके मुताबिक सीबीआइ का असल काम उन लोगों का पता लगाना है, जिन्होंने नौकरी देने के बदले पैसे लिये हैं. तीन हजार करोड़ का घपला हुआ है. यह धनराशि कटमनी के रूप में तृणमूल के किन किन नेताओं के पास गयी है, इसका धीरे-धीरे पता चल रहा है, जल्द ही सारे नेता व उनकी मुखिया जेल में होंगे.

Next Article

Exit mobile version