बीरभूम, मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल में रामनवमी के अवसर पर कलकत्ता हाईकोर्ट (Calcutta High Court) ने आदेश दिया था कि रैली के दौरान अस्त्र या हथियार का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. इसके बावजूद भाजपा समर्थक व नेता जगह-जगह रैली में अस्त्र के साथ नजर आ रहे हैं. बीरभूम जिले के रामपुरहाट शहर में बुधवार को रामनवमी की विशाल रैली और शोभा यात्रा में भाजपा के बीरभूम लोकसभा सीट से खड़े प्रार्थी देवाशीष धर और जिला पार्टी अध्यक्ष ध्रुव साहा समेत भाजपा के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं को हाथों में अस्त्र लेकर रैली में भांजते देखा गया. इस दौरान पुलिस और प्रशासन के लोग भारी संख्या में मौजूद थे लेकिन इसके बावजूद राम नवमी की रैली में भाजपा प्रार्थी और जिला नेताओं के हाथ में खुले आम तलवार और अस्त्र के साथ नजर आये.
अस्त्र शस्त्र के साथ इन भाजपा नेताओं की निकली रैली
अस्त्र शस्त्र के साथ इन भाजपा नेताओं के रामनवमी रैली में शामिल होने की घटना को लेकर राजनीतिक स्तर पर जोरदार चर्चा शुरू हो गई है. विपक्षी दलों के नेताओं का आरोप है कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता के लागू होने के बावजूद पुलिस और प्रशासन के सामने ही इस तरह भाजपा नेताओं द्वारा हाथों में खुलेआम अस्त्र-शस्त्र लेकर भांजना क्या कानून का उल्लघंन नहीं है. हालांकि इस पर जिला भाजपा नेता की कोई टिप्पणी नहीं मिल पाई है.
हथियार किसी को चोट पहुंचाने के लिए नहीं : बीजेपी
बीजेपी उम्मीदवार रथिन चक्रवर्ती और बीजेपी के हावड़ा सदर के अध्यक्ष भी रैली में शामिल हुए. रैली में कई लोगों के हाथों में हथियार नजर आ रहे हैं. इसे लेकर विवाद भी खड़ा हो गया. इस संबंध में एक बीजेपी नेता ने कहा, यह एक परंपरा है. यह प्रतीकात्मक है. यह हथियार किसी को चोट पहुंचाने के लिए नहीं है. उन्होंने देवी दुर्गा से भी तुलना की. कहा, ”मां दुर्गा के हाथों में भी हथियार हैं, क्या हम उससे डरते हैं?
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