सालतोड़ा का पत्थर उद्योग चमके नहीं चाहती भाजपा : अभिषेक बनर्जी
बांकुड़ा सीट से अरूप चक्रवर्ती के समर्थन में सालतोड़ा में की चुनावी सभा
बांकुड़ा. मंगलवार को राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व उसके दूसरे नंबर के नेता अभिषेक बनर्जी ने जिले के सालतोड़ा में बांकुड़ा सीट के पार्टी प्रत्याशी अरूप चक्रवर्ती के समर्थन में चुनावी सभा की. सभा के मंच से उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार और उसके जन-प्रतिनिधियों को जम कर कोसा. कहा कि जिले के सालतोड़ा का पत्थर उद्योग यहां की अर्थव्यवस्था का आधार है. वर्षों से बेजान पड़े यहां के पत्थर उद्योग में जान डालने को भाजपा के जन-प्रतिनिधियों ने कुछ नहीं किया. बांकुड़ा के निवर्तमान सांसद डॉ सुभाष सरकार हों या भाजपा के विधायक नीलाद्रि शेखर दाना अथवा, चंदना बाउरी या सत्यनारायण मुखर्जी – किसी ने यहां क्रशर या पत्थर खदान खोलने के लिए एक अदद पत्र केंद्र सरकार को नहीं लिखा. अभिषेक ने चुनौती दी कि यदि ऐसा एक भी पत्र कोई दिखा दे, तो वह राजनीति छोड़ देंगे और फिर कभी तृणमूल के लिए वोट मांगने नहीं आयेंगे. मंच से अभिषेक ने भाजपा प्रत्याशी व निवर्तमान सांसद डॉ सरकार को अपने पांच साल के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड पेश करने की चुनौती दी. साथ ही कहा कि वह बीते 13 वर्ष में तृणमूल के शासनकाल में हुए विकास का लेखा-जोखा देने को तैयार हैं. डायमंड हार्बर के निवर्तमान सांसद ने भाजपा के जन-प्रतिनिधियों पर झूठ बोल कर जनता को भरमाने का आरोप लगाया. जनता से अपील की कि यदि वे लोग फिर वोट मांगने आयें, तो उनसे किये गये कामकाज का हिसाब मांगें. अभिषेक के अनुसार वह भी अपने प्रतिनिधि को रिपोर्ट-कार्ड के साथ भेज देंगे. तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि वर्ष 2019 व 2021 में प्रधानमंत्री की बातों में आकर आप लोगों ने सुभाष सरकार, चंदना बाउरी व नीलाद्रि शेखर दाना को जिताया, किंतु बीते पांच साल में पांच जगहों पर भी डॉ सरकार कभी गये क्या? अभिषेक ने कटाक्ष किया कि चुनावी माहौल में सुभाष बाबू कभी बूट पॉलिश करते, तो कभी किसी को साबुन से नहलाते दिख रहे हैं. जोर देकर कहा कि उन्हें बुलाइये और घर में बर्तन साफ कराइये. साथ ही पूछिए कि आपने बंगाल में 100 दिनों के काम और आवास योजना के रुपये क्यों रोक रखे हैं. अब भाजपा नेता जीतने पर लक्ष्मीभंडार योजना को बंद करने की बात कह रहे हैं. अभिषेक ने चुनौती दी कि किसी भी भाजपा नेता में लक्ष्मीभंडार योजना को बंद कराने की क्षमता नहीं है. यह तृणमूल की गारंटी है. सालतोड़ा में चुनावी सभा के मंच से कूचबिहार जिला भाजपा की उपाध्यक्ष दीपा चक्रवर्ती का एक ऑडियो चलाया गया. अभिषेक ने आगे कहा कि बीरभूम के देउचा पचामी की तरह बांकुड़ा के सालतोड़ा का पत्थर उद्योग यहां की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. इस उद्योग से लाखों लोगों की रोजी जुड़ी है. इसे प्रशासन ने मार्च 2020 में बंद कर दिया था. पंचायत चुनाव से पहले इसे सशर्त खोला गया है, पर किसी भी वक्त इसे फिर बंद किया जा सकता है. पत्थर उद्योग से जुड़े लोगों को संदेश देते हुए अभिषेक ने कहा कि बांकुड़ा के सांसद भाजपा के हैं, सालतोड़ा, छातना व बांकुड़ा के विधायक भी भाजपा के ही हैं. लेकिन सुभाष सरकार, चंदना बाउरी, नीलाद्रि शेखर दाना या सत्यनारायण मुखर्जी में से किसी ने यहां पत्थर उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिए केंद्र को पत्र नहीं भेजा. वर्ष 2019 में सुभाष सरकार को जिता कर संसद में भेजा, तो यहां का पत्थर उद्योग बंद हो गया. वर्ष 2021 में चंदना, सत्यनारायण व नीलाद्रि शेखर जीते, तो केंद्र से बंगाल में 100 दिनों के काम की मनरेगा और आवास योजना के रुपये बंद हो गये. इसके उलट सत्ता में आने के बाद तृणमूल ने हजारों रुपये खर्च कर जिले के तीन लाख परिवारों के स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की है. जल्द ही सभी घरों में पेयजल पहुंचेगा. पर अगर वे दोबारा जीते, तो पानी के सभी नल बंद कर दिये जायेंगे.अभिषेक ने चैलेंज दिया कि आंकड़ों के साथ बात करने की ताकत है, तो सुभाष सरकार अपने पांच साल का रिपोर्ट कार्ड लेकर आयें. हम अपना 13 साल का अनुभव भी दिखायेंगे. आरोप लगाया कि वर्ष 2021 में विधानसभा चुनाव हारने के बाद आपने अपना सब कुछ केंद्र के जरिये रुकवा दिया है. तब से केंद्र ने बंगाल को 10 पैसे भी नहीं भेजे हैं. अभिषेक के अनुसार यदि केंद्र श्वेतपत्र जारी कर साबित कर दे कि उसने 10 पैसे दिये हैं, तो वह कभी भी सियासी मैदान में कदम नहीं रखेंगे.
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