बंगाल को बदनाम करने के लिए भाजपा ने रची संदेशखाली प्रकरण की साजिश : तृणमूल
भाजपा के खिलाफ अब राष्ट्रीय स्तर पर तृणमूल ने खोला मोर्चा, दिल्ली में आयोजित
भाजपा के खिलाफ अब राष्ट्रीय स्तर पर तृणमूल ने खोला मोर्चा, दिल्ली में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान तृणमूल नेताओं ने लगाया आरोप
कोलकाता. संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ यौन अत्याचार के आरोपों पर राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर आरोप लगाया गया कि पूरा घटनाक्रम लोकसभा चुनाव से पहले राज्य को बदनाम करने के लिए भाजपा की एक ‘साजिश’ थी. हालांकि, ‘प्रभात खबर’ इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है. उक्त मामले को लेकर अब राष्ट्रीय स्तर पर भी तृणमूल ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है. रविवार को नयी दिल्ली में तृणमूल कांग्रेस की ओर से संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया, सम्मेलन में बंगाल की उद्योग मंत्री डॉ शशि पांजा, तृणमूल सांसद सागरिका घोष व साकेत गोखले ने आरोप लगाया कि बंगाल को बदनाम करने के लिए भाजपा ने संदेशखाली प्रकरण की साजिश रची. उक्त घटना को लेकर भगवा दल ने देशभर में बंगाल की छवि धूमिल करने की कोशिश की है. आखिरकार, भाजपा की पोल खुल गयी और स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो सामने आने पर यह पता चल गया कि संदेशखाली में रुपये देकर झूठे मामले दर्ज करवाये गये. पूर्व नियोजित साजिश के तहत संदेशखाली प्रकरण की रूपरेखा तैयार की गयी. तृणमूल की ओर से मांग की गयी है कि भाजपा उक्त घटना को लेकर 24 घंटे के अंदर माफी मांगे. तृणमूल द्वारा जारी किये गये कथित वीडियो में, संदेशखाली में भाजपा के मंडल अध्यक्ष होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति को यह कहते सुना गया है कि पूरी साजिश के पीछे विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी का हाथ है. उक्त व्यक्ति ने वीडियो में आरोप लगाया कि अधिकारी ने उसे और क्षेत्र के अन्य भाजपा नेताओं को ‘शेख शाहजहां सहित तीन तृणमूल नेताओं व अन्य के खिलाफ यौन अत्याचार के आरोप लगाने के लिए तीन-चार स्थानीय महिलाओं को उकसाने’ को कहा था. इधर, भाजपा ने उक्त वीडियो को फर्जी करार दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है