भाजपा ने बंगाल में रामनवमी पर भड़कायी हिंसा : ममता बनर्जी

मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने गुरुवार को रायगंज और बालुरघाट में चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया.

By Prabhat Khabar News Desk | April 19, 2024 9:19 AM

कोलकाता. मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने गुरुवार को रायगंज और बालुरघाट में चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया. उन्होंने रायगंज की चुनावी रैली में आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में रामनवमी पर आयोजित कार्यक्रमों के दौरान हिंसा भड़कायी. उनका आरोप है कि मुर्शिदाबाद में हिंसा ‘पूर्व नियोजित’ थी. उन्होंने भाजपा पर लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इसे अंजाम देने का आरोप लगाया. पुलिस ने बताया था कि मुर्शिदाबाद के शक्तिपुर में बुधवार की शाम में रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान हुए विस्फोट में एक महिला घायल हो गयी. मुख्यमंत्री ने चुनावी रैली में कहा: सब कुछ पूर्व नियोजित था. रामनवमी से एक दिन पहले मुर्शिदाबाद के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआइजी) को हटा दिया गया, ताकि आप (भाजपा) हिंसा कर सकें. मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि भाजपा से जुड़े ‘अराजक तत्वों’ ने जिले में पुलिसकर्मियों से मारपीट की.

गुरुवार को ही सुश्री बनर्जी ने बालुरघाट में भी जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने भाजपा को एक ऐसी पार्टी करार दिया, जो हमेशा धमकियां देती है. उन्होंने कहा : भाजपा नेता बेशर्मी से घोषणा कर चुके हैं कि अगर वे सत्ता में आते हैं, तो राज्य में ‘लक्खी भंडार’ योजना को रोक देंगे. यानी वे राज्य की महिलाओं को मिलने वाला मासिक भत्ता रोक देंगे. मेरा मन हो रहा है कि आपका हक छीनने के लिए इस तरह की धमकियां देने वालों पर कार्रवाई करूं. लेकिन एक सभ्य व्यक्ति होने के नाते मैं उनको लेकर कोई गलत शब्दों का इस्तेमाल नहीं करूंगी. मैं अपनी भाषा पर नियंत्रण रखूंगी, लेकिन भाजपा कभी ऐसा नहीं करेगी. मुख्यमंत्री ने भाजपा को ”’लुटेरों की पार्टी”””” करार दिया, जिसका केंद्रीय जांच एजेंसियों पर पूर्ण नियंत्रण है. उन्होंने कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार ने 100 दिनों की कार्य योजना के तहत राज्य का बकाया ””””””””रोक””” लिया, जबकि बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल ने यह सुनिश्चित किया कि जॉब कार्ड धारकों को राज्य के खजाने से 50 दिनों का कार्य का पारिश्रमिक मिले. मुख्यमंत्री ने हाल की एक जनसभा में बालुरघाट के नाम का गलत उच्चारण करने के लिए भाजपा के एक नेता पर भी कटाक्ष किया.

बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कहा: भाजपा नेताओं की अज्ञानता का स्तर यही है. बालुरघाट की इतनी समृद्ध विरासत है, जिसे भाजपा जानती ही नहीं है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि “उन्होंने (प्रधानमंत्री) ने बंगाल में हुए गत विधानसभा चुनाव में कहा था कि वे 200 पार करेंगे. हालत यह हो गयी कि 100 भी पार नहीं कर पाये और 75 पर ही सिमट गये. अब लोकसभा चुनाव को लेकर कहते हैं -अबकी बार 400 पार. मैं दावा करती हूं कि इस बार 200 पार भी नहीं होगा. सर्वेक्षण रिपोर्ट पर भरोसा न करें. वो सर्वे भाजपा के पैसे से हुआ था. इधर, अभिनेता व भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती की आलोचना करते ही मुख्यमंत्री ने कहा “मैंने मिथुन चक्रवर्ती को राज्यसभा का सांसद बनाया. मैं बंगाल के दूसरे बड़े ‘विश्वासघाती’ को नहीं जानती थी, जिसने अपने बेटे को केंद्रीय एजेंसियों से बचाने के लिए सिर झुका लिया और भाजपा में शामिल हो गये. ऐसे लोगों का कोई आदर्श नहीं है.” सुश्री बनर्जी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि “सुना है कि वह भाषण देने के लिए बंगाल के पहाड़ पर आ रहे हैं. उन्हें पहले अपना राज्य संभालने की जरूरत है, जहां किसी को अपनी बात रखने की भी जैसे आजादी नहीं है. उत्तर प्रदेश में कोई बोल नहीं सकता. मुख्मयंत्री ने एक बार फिर दावा किया कि “बंगाल में भाजपा के खिलाफ तृणमूल ही अकेले लड़ाई कर रही है और माकपा व कांग्रेस दोनों दल भगवा दल के सहयोगी के रूप में काम कर रहे हैं.

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