दिलीप घोष के खिलाफ दुर्गापुर थाने में प्राथमिकी
भाजपा विधायक लखन घरुई बोले : मामला राजनीति से प्रेरित
दुर्गापुर.
दोल पूर्णिमा को दिग्गज भाजपा नेता व बर्दवान-दुर्गापुर से पार्टी प्रत्याशी दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री को लेकर कथित तौर पर विवादित बयान दिया था, जिसे लेकर पूरे बंगाल में सियासी घमासान मच गया. जगह-जगह तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतर भाजपा नेता के खिलाफ प्रदर्शन किया. उसके बाद बुधवार को दुर्गापुर के तृणमूल सेल के अधिवक्ताओं ने भाजपा नेता के खिलाफ थाने में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की. इस बीच, गुरुवार को दुर्गापुर के एमएमसी टाउनशिप की रहनेवाली एक गृहिणी काजल दास की शिकायत पर दिलीप घोष के खिलाफ दुर्गापुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इस पर काजल दास ने कहा कि वह और राज्य की मुख्यमंत्री महिला हैं.एक महिला होने के नाते वह भाजपा नेता के मुख्यमंत्री पर दिये बयान से आहत हैं. इसलिए उन्होंने दिलीप घोष के खिलाफ थाने में शिकायत की है. काजल ने आगे कहा कि वह राजनीति नहीं करती हैं. उन्होंने सोशल मीडिया व खबरों के जरिये जाना कि दिलीप घोष ने महिला मुख्यमंत्री के बारे में क्याृ-क्या कहा. यह सब बेहद अपमानजनक था. ऐसे गैरजिम्मेदार बयान के लिए भाजपा नेता व प्रार्थी दिलीप घोष के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. इस शिकायत पर भाजपा विधायक लखन घरुई ने पलटवार करते हुए कहा कि यह मामला राजनीति से प्रेरित है. शिकायत करनेवाली महिला खुद को राजनीतिक से परे बता रही है. दरअसल महिला तृणमूल की समर्थक है. उत्तर 24 परगना के बशीरहाट के संदेशखाली में महिलाओं पर तृणमूल के लोगों का जुल्म शिकायत करनेवाली महिला को नहीं दिखा. तब वह व्यथित नहीं हुईं. यह सब राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश है. लेकिन जनता भाजपा के साथ है.