प्रतिनिधि, कल्याणी
लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद राज्य में कई जगहों से हिंसा की खबरें आ रही हैं. नदिया जिले के कालीगंज में एक भाजपा कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. मृतक का नाम हफीजुर शेख (35) बताया गया है. मृतक के परिवार के सदस्यों की तरफ से दावा किया जा रहा है कि भाजपा से जुड़ने के कारण उनकी हत्या की गयी है. घटना के सिलसिले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है. घटना के बाद से मुख्य आरोपी फरार है.
बताया जा रहा है कि कालीगंज के पचा चांदपुर इलाके के रहने वाले हफीजुर की शनिवार को 34 राष्ट्रीय राजमार्ग 3 के निकट कैरम खेलते समय हत्या की गयी है. मृतक के घर के पास ही इस वारदात को अंजाम दिया गया है. मृतक के परिजनों का कहना है कि बदमाशों ने हफीजुर के शरीर पर धारदार हथियार से हमला कर उसका सिर धड़ से अलग कर दिया. इसके बाद कुछ दूर तक सिर लेकर चले गये. वहीं, पुलिस और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, हफीजुर रात को 34 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग तीन के किनारे अपने पड़ोसियों के साथ कैरम खेल रहा था. उसी वक्त तृणमूल कांग्रेस के कुछ बदमाश आये और हमला कर दिये. मृतक के परिवार के सदस्यों ने पुलिस को बताया कि बदमाशों ने पहले उस पर गोलियां चलायीं, फिर मौत सुनिश्चित करने के लिए उसपर धारदार हथियार से हमला किया. इस घटना के बाद मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने कालीगंज और नाकाशीपाड़ा थाने की पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया और शव को थाने के बाहर रखकर काफी देर तक प्रदर्शन किया.
भाजपा करने की मेरे भाई को मिली सजा: इधर, घटना की खबर पाकर नदिया जिले के संगठनात्मक भाजपा अध्यक्ष अर्जुन विश्वास मौके पर पहुंचे. मृतक हफीजुर के भाई जैनुद्दीन मोल्ला ने कहा कि मेरा भाई लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हुआ था. इसीलिए तृणमूल के गुंडों ने उसे मार डाला. अर्जुन विश्वास ने कहा कि मृतक के भाई का कहना है कि उनके भाई की हत्या भाजपा करने के कारण ही हुई है. मृतक के भाई ने इस घटना के पीछे स्थानीय तृणमूल आश्रित गुंडों पर इसका आरोप मढ़ा है.
इधर, तृणमूल की ओर से सभी दावों को खारिज कर दिया गया है. नादिया नॉर्थ ऑर्गेनाइजेशनल डिस्ट्रिक्ट टीएमसी के चेयरमैन रुकबानुर रहमान ने कहा कि, इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. जहां तक मेरी जानकारी है यह घटना पारिवारिक कलह के कारण हुई है.
कृष्णानगर पुलिस जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) उत्तम घोष ने कहा कि शिकायत मिलने में बहुत देर हो चुकी है. अपराधियों की पहचान कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है. प्रारंभिक तौर पर ऐसा लग रहा है कि हत्या दो आपराधिक गुटों की पुरानी दुश्मनी के कारण हुई है. राजनीति और हत्या से इसका कोई संबंध नहीं है.
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