कोलकाता. लोकसभा चुनाव के बाद राज्य भाजपा के कार्यकर्ताओं के खिलाफ हुई कथित हिंसा के बाद स्थिति का जायजा लेने के लिए भाजपा के चार सदस्यीय केंद्रीय दल ने सोमवार को कूचबिहार का दौरा किया. इस चार सदस्यीय दल में संयोजक बिप्लब देब, पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद और दो राज्यसभा सदस्य बृजलाल और कविता पाटीदार शामिल हैं. केंद्रीय दल ने भाजपा के उन कार्यकर्ताओं से मुलाकात की, जो चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद कथित तौर पर हिंसा के कारण अपने घरों से विस्थापित हो गये हैं. चुनाव बाद हिंसा की घटना पर त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद बिप्लब देव ने संवाददाताओं से कहा कि चुनाव के बाद हिंसा करना, राज्य की सत्ता में काबिज तृणमूल कांग्रेस की आदत बन गयी है और अब तो चुनाव परिणाम आने के बाद भी हिंसा की जा ही है. श्री देब ने कहा कि जितनी जल्दी तृणमूल कांग्रेस विपक्षी दलों पर हमला करने का अपना रुख बदलेगी, पार्टी के लिए उतना ही अच्छा होगा. वहीं, चुनाव बाद हिंसा पर भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उन्हें पश्चिम बंगाल सरकार से सिर्फ एक ही प्रश्न पूछना है. जब पूरे देश में चुनाव होते हैं, लेकिन चुनाव के बाद सिर्फ बंगाल में ही हिंसा क्यों होती है? ग्राम पंचायत चुनाव और विधानसभा चुनाव के दौरान भी हिंसा हुई थी. आखिर यहां की ममता बनर्जी सरकार इस हिंसा को क्यों नहीं रोक पाती. उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि बंगाल में लोकतंत्र खत्म हो चुका है.
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