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विधानसभा में फिरहाद हकीम से भाजपा विधायक नहीं पूछेंगे प्रश्न

मुख्य विपक्षी दल भाजपा का कोई भी विधायक, विधानसभा में राज्य के शहरी विकास मंत्री से विभाग से संबंधित सवाल नहीं पूछेगा. फिरहाद हकीम द्वारा विधानसभा के बाहर एक कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय के पक्ष में दिये गये विवादित बयान के विरोध में भाजपा की ओर से यह निर्णय लिया गया है. विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक डॉ शंकर घोष ने सदन में विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी को यह जानकारी दी. हालांकि, स्पीकर बिमान बनर्जी ने कहा कि विधानसभा के बाहर किसी के द्वारा की गयी टिप्पणी पर सदन में चर्चा नहीं की जा सकती. फिरहाद हकीम राज्य के शहरी विकास मंत्री हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 25, 2024 11:01 PM

कोलकाता.

मुख्य विपक्षी दल भाजपा का कोई भी विधायक, विधानसभा में राज्य के शहरी विकास मंत्री से विभाग से संबंधित सवाल नहीं पूछेगा. फिरहाद हकीम द्वारा विधानसभा के बाहर एक कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय के पक्ष में दिये गये विवादित बयान के विरोध में भाजपा की ओर से यह निर्णय लिया गया है. विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक डॉ शंकर घोष ने सदन में विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी को यह जानकारी दी. हालांकि, स्पीकर बिमान बनर्जी ने कहा कि विधानसभा के बाहर किसी के द्वारा की गयी टिप्पणी पर सदन में चर्चा नहीं की जा सकती. फिरहाद हकीम राज्य के शहरी विकास मंत्री हैं. विधानसभा के प्रश्नोत्तर काल में गुरुवार को गोघाट से भाजपा विधायक विश्वनाथ कारक, विशाल लामा और नीलाद्रि शेखर दाना को शहरी विकास विभाग से संबंधित सवाल पूछना था. पहले विश्वनाथ कारक को सवाल पूछना था. लेकिन इससे पहले भाजपा के मुख्य सचेतक शंकर घोष ने विस अध्यक्ष बिमान बनर्जी को बताया कि उन्होंने फिरहाद हकीम के बयान के आधार पर यह फैसला लिया है. जब तक मंत्री अपने द्वारा दिये गये बयान को वापस नहीं ले लेते या माफी नहीं मांगते, तब तक उनसे भाजपा का कोई भी विधायक कोई सवाल नहीं पूछेगा.

इसके जवाब में श्री बनर्जी ने बताया कि जिस घटना की बात भाजपा नेता कर रहे हैं, वह विधानसभा के बाहर की है. बाहर की घटनाओं पर विधानसभा में कोई चर्चा नहीं हो सकती. उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा लिये गये निर्णय को विधानसभा के रिकॉर्ड में नहीं रखा जायेगा. हालांकि, भाजपा अपने निर्णय पर कायम है. उन्होंने फिरहाद हकीम से कोई सवाल नहीं पूछा. हालांकि, बाद में शंकर घोष ने इस मामले को विधानसभा के बाहर उठाया. उन्होंने बताया कि उन्होंने उस विशेष टिप्पणी के कारण फिरहाद हकीम का बहिष्कार किया है.

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