बीरभूम.
राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ जिले के रामपुरहाट महकमा शासक कार्यालय के समक्ष भाजपा के तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को शामिल होने की पुलिस ने अनुमति नहीं दी. इसे लेकर शुभेंदु ने अपने एक्स हैंडल पर पुलिस और राज्य सरकार के रवैये के खिलाफ रोष जताया. तीन दिन पहले ही इस धरना मंच से जुड़ने के लिए शुभेंदु की ओर से पुलिस व प्रशासन को अर्जी दी गयी थी. गुरुवार को शुभेंदु को धरना मंच से जुड़ना था. लेकिन पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी. इसे लेकर भाजपा के जिलाध्यक्ष ध्रुव साहा ने भी नाराजगी जताते हुए कहा कि राज्य में तानाशाही सरकार चल रही है. जनता के लोकतांत्रिक अधिकार छीने जा रहे है. आरोप लगाया कि तृणमूल नेताओं के इशारे पर पुलिस ने अनुमति नहीं दी. अपने एक्स हैंडल पर शुभेंदु ने लिखा कि राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने के इच्छुक राजनीतिक दलों व व्यक्तियों से उनका लोकतांत्रिक अधिकार छीना जा रहा है. आज शुभेंदु को रामपुरहाट एसडीओ ऑफिस के बाहर धरना मंच पर पहुंचना था.पुलिस ने अंतिम समय में ठोस कारण बताये बिना शुभेंदु को अनुमति नहीं दी. इसलिए दिग्गज भाजपा नेता को रामपुरहाट जाने का अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा. भाजपा नेता के मुताबिक ऐसा पहली या आखिरी बार नहीं है. रामपुरहाट में कार्यक्रम की अनुमति के लिए वह कोर्ट में दस्तक देंगे. जल्द ही वह रामपुरहाट का दौरा भी करेंगे. सोशल मीडिया में इस पोस्ट के बाद राज्य के सियासी हलकों में खलबली मच गयी.
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