बांग्लादेश से भारतीय, नेपाली व भूटानी छात्रों को लाने में बीएसएफ ने की मदद
बीएसएफ को 572 भारतीय छात्रों, 133 नेपाली और चार भूटानी विद्यार्थियों को भारत लाने में सफलता मिली है.
संवाददाता, कोलकाता
बांग्लादेश में चल रही अशांति के बीच वहां विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ रहे कई भारतीय, नेपाली और भूटानी विद्यार्थियों को उनके देश वापस भेजा जा रहा है. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) दक्षिण बंगाल सीमांत ने इन विद्यार्थियों की सुरक्षित वापसी की सुविधा के लिए आइसीपी पेट्रापोल, एलसीएस गेदे, घोजाडांगा और महादीपुर में विशेष सहायता डेस्क स्थापित किये हैं. अभी तक, बीएसएफ को 572 भारतीय छात्रों, 133 नेपाली और चार भूटानी विद्यार्थियों को भारत लाने में सफलता मिली है.
बीजीबी के लगातार संपर्क में है बीएसएफ : बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के डीआइजी एके आर्य ने पुष्टि की है कि बीएसएफ बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ लगातार संपर्क में है. इस समन्वय ने रात के समय के संचालन के दौरान भी विद्यार्थियों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित की है. इस प्रक्रिया की दक्षता को और बढ़ाने के लिए आइसीपी पेट्रापोल में इमिग्रेशन डेस्क अब 24/7 खुला रहेगा, जिससे घर लौटने वाले सभी छात्रों के लिए निरंतर और सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित होगा. बीएसएफ और बीजीबी ने निकासी को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए एक मजबूत और सहयोगी दृष्टिकोण बनाये रखा है. सभी एलसीएस और आइसीपी पेट्रापोल स्थानों पर बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी हाइ अलर्ट पर हैं. छात्रों की सुरक्षा और भलाई सर्वोच्च प्राथमिकता है, और उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त सुविधाओं की व्यवस्था की गयी है.
वापस लौटने वाले विद्यार्थियों की किसी भी स्वास्थ्य संबंधी चिंता को दूर करने के लिए चिकित्सा सहायता डेस्क और किसी भी आवश्यक दस्तावेज में सुधार करने में मदद करने के लिए विशेष डेस्क स्थापित किये गये हैं.
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