संवाददाता, कोलकाता
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), दक्षिण बंगाल सीमांत के नवनियुक्त आइजी मनिंदर पीएस पवार ने क्षेत्रीय मुख्यालय, कोलकाता अंतर्गत भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे अलग-अलग इलाकों का दौरा किया. उनका यह दौरा 29 जून से शुरू हुआ था, जो रविवार को समाप्त हुआ. श्री पवार ने क्षेत्र में तैनात बीएसएफ की सभी बटालियनों के अधिकार क्षेत्र में परिचालन तत्परता, सीमा प्रबंधन रणनीतियों व सीमा पार अपराधों व सुरक्षा रणनीतियों की समीक्षा की. दौरे की शुरुआत उत्तर 24 परगना स्थित इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आइसीपी) पेट्रापोल में तैनात 145वीं बटालियन के गहन निरीक्षण के साथ हुई.
उन्होंने बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर से परिचालन परिदृश्य पर विस्तृत जानकारी प्राप्त की और आइसीपी पेट्रापोल में बटालियन के नियंत्रण कक्ष और मैत्री संग्रहालय का दौरा किया. इसके बाद उन्होंने यात्री और कार्गो टर्मिनलों का भी जायजा लिया और चल रहे बुनियादी ढांचे के विकास के बारे में जानकारी एकत्र की. इसके बाद जयंतीपुर और कल्याणी, पांचवीं बटालियन की सीमा चौकियों का दौरा किया. यहां उन्होंने कंपनी कमांडर के साथ सीमा पार अपराधों और सुरक्षा रणनीतियों व इनके रोकथाम उपायों पर चर्चा की. इसके अलावा बीएसएफ अधिकारी ने सीमा चौकियों गुनारमठ, अंग्रेल, डोबरपाड़ा, झाउडांगा, करमथ, पिपली, तेंतुलबेड़िया, गरजाला, कलंची, गोबरा, गुनाराजपुर, बिठारी बाजार, अर्शिकारी, हकीमपुर में स्थानीय चुनौतियों और परिचालन गतिशीलता के बारे में विस्तृत जानकारी ली. बीएसएफ कर्मियों के साथ अपनी बातचीत में श्री पवार ने भारत-बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा और क्षेत्र के निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता को दोहराया. साथ ही किसी भी उभरते खतरे का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए निरंतर प्रशिक्षण और तत्परता के महत्व पर जोर दिया.
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