बीएसएफ जवानों ने घुसपैठ की कोशिश की नाकाम

भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बांग्लादेशी घुसपैठियों, तस्करों व अपराधियों द्वारा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों पर लगातार हमले हो रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 29, 2024 1:48 AM

20 बांग्लादेशी भारतीय सीमा में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे, सुरक्षाकर्मियों पर किया जानलेवा हमला

संवाददाता, कोलकाताभारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बांग्लादेशी घुसपैठियों, तस्करों व अपराधियों द्वारा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों पर लगातार हमले हो रहे हैं. गत शनिवार की रात को उत्तर 24 परगना स्थित सीमा चौकी कल्याणी में भी ऐसी घटना हुई, जहां अंतरराष्ट्रीय सीमा नदी व झील और बिना तारबंदी क्षेत्र में स्थित है. देर रात को बीएसएफ की पांचवीं बटालियन के जवानों ने बांग्लादेश से 20 लोगों को अवैध तरीके से भारतीय सीमा में घुसते देखा. उन्हें रोकने पर घुसपैठियों ने धारदार हथियारों से जानलेवा हमला किया. हालांकि. जवाबी कारवाई के तहत बीएसएफ ने उनपर फायरिंग की, जिसके बाद वे वापस बांग्लादेश भागने को मजबूर हुए. बीएसएफ की फायरिंग में किसी घुसपैठिये के घायल होने व मृत होने की संभावना को खारिज नहीं किया गया है. घटनास्थल से दो धारदार हथियार बरामद किये गये हैं. पांच घुसपैठियों ने एक जवान को घेर कर जान से मारने की कोशिश की : घटना के दौरान हथियारबंद पांच घुसपैठियों ने बीएसएफ के एक जवान को घेर लिया था. आत्मरक्षा में उक्त जवान ने तीन राउंड फायरिंग की, लेकिन तीनों ही मिसफायर हो गये. तब तक बदमाश उसके और नजदीक आ गये. इसके बाद बीएसएफ के जवान ने दो राउंड और फायरिंग की. जिसके बाद वे झील में घनी और ऊंची जलकुंभी में छिप गये. बीएसएफ के दूसरे जवान भी वहां पहुंचे और घुसपैठियों को वापस बांग्लादेश खदेड़ दिया गया. सीमा के पास सात अन्य जगहों पर भी हुए हमले :शनिवार को ही बीएसएफ, दक्षिण बंगाल सीमांत के अंतर्गत आने वाली सात अन्य जगहों पर भी बांग्लादेशी घुसपैठिये, तस्करों और अपराधियों के हमले की घटनाएं हुईं. हमले की घटनाएं उत्तर 24 परगना के अलावा नदिया और मुर्शिदाबाद में हुईं. एक ही दिन बीएसएफ, दक्षिण बंगाल सीमांत के क्षेत्रीय मुख्यालय कोलकाता की सीमा चौकियों तराली-1 व अंगरैल, नदिया में बल के क्षेत्रीय मुख्यालय कृष्णनगर की सीमा चौकियों महेंद्र व रनघाट व मुर्शिदाबाद के क्षेत्रीय मुख्यालय बहरमपुर की सीमा चौकियों जालंगी, बौसुमारी व कहारपाड़ा में भी बांग्लादेशी मवेशी तस्करों, घुसपैठियों व अपराधियों द्वारा बीएसएफ पर घातक हमले किये गये. जवाबी कार्रवाई व आत्मरक्षा के तहत बीएसएफ की ओर से उनपर स्टेन ग्रेनेड, पंप एक्शन गन (पीएजी) और अन्य हथियारों से फायरिंग कर तस्करी व अवैध घुसपैठ की घटनाओं को विफल कर दिया गया. बाकी पेज 10 परबीएसएफ जवानों…गौरतलब है कि गत शुक्रवार को भी भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे पांच जगहों पर बीएसएफ के जवानों पर हमले किये गये थे. बीएसएफ ने बीजीबी को सचेत किया :भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के अलग-अलग स्थानों पर बांग्लादेश की ओर से तस्करों, अपराधियों व घुसपैठियों के हमले की घटनाओं को लेकर एक बार फिर बीएसएफ ने बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के अधिकारियों के साथ बैठक की और विरोध दर्ज कराया है. साथ ही बीएसएफ ने बीजीबी को सचेत रहने को कहा, ताकि बांग्लादेश की ओर से ऐसे हमलों को रोका जा सके. बीएसएफ ने हमलों की घटनाओं और बचाव में की गयी गोलीबारी के संबंध में संबंधित पुलिस थानों में प्राथमिक रिपोर्ट भी दर्ज करायी गयी है. बीएसएफ, दक्षिण बंगाल सीमांत के डीआइजी एके आर्य का कहना है कि बांग्लादेश की ओर से होने वाले हमले को लेकर लगातार सूचित किये जाने के बावजूद बीजीबी द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी है. हालांकि, भारतीय सीमा की रक्षा करने के लिए बीएसएफ के जवान पूरी तरह से तत्पर और मुस्तैद हैं.

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