Calcutta High Court : पश्चिम बंगाल के प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए वर्ष 2022 में शिक्षक पात्रता परीक्षा अर्थात टीईटी आयोजित की थी, लेकिन आरोप है कि इस परीक्षा में 23 गलत प्रश्न पूछे गये थे. इसे लेकर कलकत्ता हाइकोर्ट (Calcutta High Court) में याचिका दायर की गयी है, जिस पर सुनवाई करते हुए हाइकोर्ट के न्यायाधीश ने पर्षद से पूछा कि 150 प्रश्नों में इतनी अधिक संख्या में प्रश्न कैसे गलत हो सकते हैं. कम से कम 23 गलत प्रश्न पूछे जाने का आरोप लगा है.
150 में से 23 प्रश्न कैसे गलत हो सकते हैं
न्यायाधीश ने कहा कि शुरुआत में कहा गया कि 13 प्रश्न गलत थे. फिर कहा गया कि 13 नहीं बल्कि 15 सवाल गलत हैं. फिर यह बढ़कर 21 हो गया. अंततः नये मामले में गलत प्रश्नों की संख्या 23 बतायी जा रही है. कुल मिलाकर 150 प्रश्न पत्र हैं. इनमें से 23 प्रश्नपत्र गलत हैं. यह कैसे संभव है? न्यायाधीश ने पूछा कि प्रश्न बनाते समय सावधानी क्यों नहीं बरती गयी? इस परीक्षा पर हजारों नौकरी के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों का भविष्य निर्भर करता है. ऐसे में ऐसे प्रश्नों को तैयार करने में जरूरी सावधानियां क्यों नहीं बरती गयीं.
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अभ्यर्थियों ने दावा किया कि गलत प्रश्नों के कारण उन्हें परीक्षा देने में हुई परेशानी
मंगलवार को मामले की सुनवाई करते हुए हाइकोर्ट ने इन विवादित प्रश्नपत्रों को विशेषज्ञों से दिखाने का निर्देश दिया और वहां से विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर अदालत में पेश करने के लिए कहा है. न्यायाधीश ने कहा कि विशेषज्ञों को यह बताना होगा कि सही सवाल क्या होगा और इसका सही जवाब क्या होगा. साथ ही हाइकोर्ट ने बोर्ड से पूछा है कि एक परीक्षा में इतने सारे सवाल गलत कैसे हैं. इस बीच, अभ्यर्थियों ने दावा किया कि गलत प्रश्नों के कारण उन्हें परीक्षा देने में परेशानी हुई. अभ्यर्थी उन प्रश्नपत्रों का उत्तर देने वालों को पूरे अंक देने का भी अनुरोध कर रहे हैं.