Calcutta High Court : हाईकोर्ट ने कहा, संदेशखाली घटना के लिए सत्तारूढ़ पार्टी व राज्य प्रशासन पूरी तरह से जवाबदेह
Calcutta High Court : संदेशखाली में हिंसा की घटनाओं को लेकर दायर याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए कलकत्ता हाइकोर्ट ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल सरकार को फटकार लगाते हुए उक्त मामले को बेहद शर्मनाक करार दिया.
Calcutta High Court : पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न की घटनाओं के मामले को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट (Calcutta High Court) ने पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ तल्ख टिप्पणी की है. गुरुवार को मामले की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनम व न्यायाधीश हिरण्मय भट्टाचार्य की खंडपीठ ने कहा कि संदेशखाली में जो कुछ हुआ है, वह बेहद शर्मनाक है. गुरुवार को कलकत्ता हाईकोर्ट ने संदेशखाली मामले को लेकर बंगाल सरकार को खूब फटकार लगाई है. मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनम और न्यायमूर्ति हिरण्मय भट्टाचार्य की पीठ ने संदेशखाली के मुख्य आरोपी शाहजहां के खिलाफ पांच जनहित याचिकाओं पर सुनवाई की.
कोर्ट ने कहा कि अगर एक भी हलफनामा सच है तो यह शर्मनाक
कोर्ट ने कहा कि अगर एक भी हलफनामा सच है तो यह शर्मनाक है. इसके लिए पूरा प्रशासन और सत्ताधारी दल नैतिक रूप से शत-प्रतिशत जिम्मेदार है. यह लोगों की सुरक्षा का मामला है. एससी-एसटी राष्ट्रीय आयोग की रिपोर्ट देखें तो अगर उसमें एक फीसदी भी सच्चाई है तो यह 100 फीसदी शर्मनाक है. हाईकोर्ट ने कहा कि यह सरकार की ज़िम्मेदारी है, जिला प्रशासन की ज़िम्मेदारी है कि महिलाओं की सुरक्षा किस प्रकार सुनिश्चित की जाये. संदेशखाली की महिलाएं जिस दुख व उत्पीड़न से गुजर रही हैं. इसके लिए पूरी तरह से जवाबदेह सत्ताधारी पार्टी व राज्य प्रशासन है, वह अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला नहीं झाड़ सकते.
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नागरिक की सुरक्षा खतरे में है तो 100 प्रतिशत जिम्मेदारी सत्तारूढ़ दल की
संदेशखाली में हिंसा की घटनाओं को लेकर दायर याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए कलकत्ता हाइकोर्ट ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल सरकार को फटकार लगाते हुए उक्त मामले को बेहद शर्मनाक करार दिया. अदालत ने कहा यदि किसी नागरिक की सुरक्षा खतरे में है तो 100 प्रतिशत जिम्मेदारी सत्तारूढ़ दल की है, इसके लिए सरकार जिम्मेदार है. मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ ने कहा कि संदेशखाली में जो हुआ उसके लिए पूरा जिला प्रशासन और सत्तारूढ़ दल नैतिक जिम्मेदारी ले.
क्या है मामला?
पांच जनवरी को इडी की टीम राशन वितरण घोटाले की जांच के संबंध में तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां के संदेशखाली स्थित आवास पर पहुंची थी. इस दौरान शेख शाहजहां के समर्थकों ने टीम पर हमला कर दिया, जिसमें अधिकारी घायल हो गये थे. इसके बाद संदेशखाली की कई महिलाओं ने शाहजहां और उसके साथियों पर जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था. पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं ने आरोप लगाया था कि तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों ने उनका यौन उत्पीड़न किया था. इसके बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए और घटना को लेकर भाजपा लगातार तृणमूल सरकार पर हमलावर रही है.