भाजपा छोड़ तृणमूल कांग्रेस में गयी महिला नेता की कार पर हमला, गाली-गलौज का भी आरोप, थाने पहुंची शिकायत

संदेशखाली आंदोलन के दौरान टाकी में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के साथ पुलिस गाड़ी के बोनट पर चढ़ने वाली महिला (तृणमूल नेता) की कार को रोक कर उनके साथ गाली-गलौज करने, धक्का देने और चालक के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 18, 2024 1:34 AM

प्रतिनिधि, बशीरहाट

.उत्तर 24 परगना के संदेशखाली आंदोलन के दौरान टाकी में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के साथ पुलिस गाड़ी के बोनट पर चढ़ने वाली महिला (तृणमूल नेता) की कार को रोक कर उनके साथ गाली-गलौज करने, धक्का देने और चालक के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है. आरोप भाजपा और आइएसएफ पर लगा है. जानकारी के मुताबिक, पीड़ित तृणमूल नेता का नाम सीरिया परवीन है. 14 फरवरी को संदेशखाली आंदोलन के दौरान वह भाजपा में थीं और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के साथ टाकी में पुलिस की गाड़ी के बोनट पर चढ़ गयी थी. उसी दौरान सुकांत गिर कर घायल भी हो गये थे. तभी सीरिया सुर्खियों में आयी थी. हालांकि उसके कुछ माह बाद लोकसभा चुनाव से पूर्व वह भाजपा छोड़ कर तृणमूल में शामिल हो गयी.

रविवार की रात बादुरिया थाने के जदुरहाटी में पार्टी का कार्य कर घर लौट रहीं सीरिया की कार को कथित तौर पर नये हटखोला बाजार के पास कुछ लोगों ने रोका और हमला कर दिया. साथ ही गाली-गलौज और आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया. जब उनके चालक ने विरोध किया, तो उसे पीटा गया. आरोप है कि सीरिया जब कार से निकलीं, तो उन्हें भी धक्का देकर गिरा दिया गया और गाली-गलौज की गयी.

सीरिया का दावा है कि उनके सुरक्षा गार्ड ने उन्हें बचाया. हमलावरों ने मारने की कोशिश की थी. एक व्यक्ति साइकिल से था. लेकिन उन्हें नहीं पता कि उसके पीछे और कितने थे. उनका आरोप है कि हमले में भाजपा व आइएसएफ का हाथ है. बादुरिया थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है.

आइएसएफ के उत्तर 24 परगना के संयुक्त सचिव मोहम्मद मूसा करीम मोल्ला ने कहा कि सीरिया भाजपा छोड़ तृणमूल में गयीं और बादुरिया में तृणमूल के दो गुट हैं. एक विधायक का और दूसरा विधायक विरोधी. सीरिया को तृणमूल का ही एक गुट स्वीकार नहीं कर पा रहा. आइएसएफ का लेना-देना नहीं है.

इधर, भाजपा के माइनॉरिटी सेल की राज्य कमेटी के सदस्य कासिम अली ने भी आरोपों को खारिज कर िदया है. उनका कहना है कि भाजपा से तृणमूल में गयीं सीरिया को तृणमूल के ही लोग स्वीकार नहीं कर रहे. भाजपा इसमें क्या कर सकती है.

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