कोयला तस्करी : सीबीआइ ने इसीएल के पूर्व अफसर सहित दो को किया अरेस्ट
कोयला तस्करी के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (इसीएल) के पूर्व उच्चाधिकारी सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया. दोनों आरोपियों में से एक इसीएल के काजोड़ा क्षेत्र के महाप्रबंधक स्तर के अधिकारी रहे नरेश चंद्र साहा हैं.
प्रतिनिधि, कोलकाता/आसनसोल
पश्चिम बंगाल में कोयला तस्करी के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (इसीएल) के पूर्व उच्चाधिकारी सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया. दोनों आरोपियों में से एक इसीएल के काजोड़ा क्षेत्र के महाप्रबंधक स्तर के अधिकारी रहे नरेश चंद्र साहा हैं. गिरफ्तार दूसरा व्यक्ति अश्विनी कुमार यादव है, जो पेशे से सिविल ठेकेदार और कोयला तस्करी के सरगना अनूप माजी का करीबी बताया गया है. सूत्रों की मानें, तो सीबीआइ ने गत गुरुवार को इसीएल के पूर्व अधिकारी साहा व ठेकेदार यादव को कोलकाता में निजाम पैलेस स्थित अपने कार्यालय में पूछताछ के लिए तलब किया था. वहां हाजिर होने पर दोनों से रातभर पूछताछ की गयी. उनके बयान में विसंगतियां मिलने के बाद रात को दोनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. फिर दोनों आरोपियों को आसनसोल स्थित सीबीआइ की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां एजेंसी के अधिवक्ता ने आरोपियों को कस्टडी में लेने की अपील की, ताकि मामले से जुड़े कुछ अन्य तथ्य पता चल सकें. कोयला तस्करी की जांच के क्रम में एजेंसी को करोड़ों के लेन-देन के सिलसिले में अश्विनी कुमार का नाम पता चला. मामले पर सुनवाई के बाद विशेष अदालत ने आरोपियों को चार दिनों की सीबीआइ कस्टडी में रखने का निर्देश दिया. सोमवार को दोनों आरोपियों की फिर विशेष अदालत में पेशी होगी.
गौरतलब है कि वर्ष 2020 में कोयला तस्करी के मामले की सीबीआइ जांच शुरू हुई थी. बाद में मामले के धनशोधन पहलू पर ध्यान देते हुए इडी भी केस की समानांतर जांच में लग गया. मामले का मुख्य आरोपी अनूप माजी उर्फ लाला है. इस साल 14 मई को ही उसने आसनसोल स्थित विशेष सीबीआइ अदालत में आत्मसमर्पण किया है. उसके बाद उसे 10 हजार रुपये के निजी मुचलके पर सशर्त जमानत मिली है. अन्य मुख्य आरोपी विनय मिश्रा लंबे समय से फरार है. केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों की मानें, तो तृणमूल युवा कांग्रेस का पूर्व नेता विनय मिश्रा वानुआतु द्वीप पर जाकर छिपा है और उसने वहां की नागरिकता भी ले ली है. वहां से एजेंसी उसका भारत प्रत्यर्पण कराने की कोशिश में जुटी है. ध्यान रहे कि कोयला तस्करी के मामले में आसनसोल स्थित विशेष सीबीआइ अदालत में अंतिम आरोप-पत्र जमा करने की तारीख तीन जुलाई तय की गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है