शांति के साथ मनायें मुहर्रम : मौलाना शफीक कासमी
ऑल इंडिया माइनॉरिटी फोरम की ओर से आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अल्पसंख्यक वर्ग के सभी मजहबों के नेताओं के साथ विश्व शांति के लिए प्रार्थना सभा की गयी और मुहर्रम के महत्व पर प्रकाश डाला गया.
संवाददाता, कोलकाता
ऑल इंडिया माइनॉरिटी फोरम की ओर से आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अल्पसंख्यक वर्ग के सभी मजहबों के नेताओं के साथ विश्व शांति के लिए प्रार्थना सभा किया गया और मुहर्रम के महत्व पर प्रकाश डाला गया. इस अवसर पर दिवंगत पूर्व सांसद व विधायक एडवोकेट इदरीस अली की आत्मा की शांति के लिए भी प्रार्थना की गयी. फोरम के अध्यक्ष इंदरीस अली की जगह उनके पुत्र इमरान अली को अध्यक्ष बनाया गया.
सम्मेलन का संचालन फोरम के महासचिव एमए अली ने किया. मुख्य अतिथि के रूप में कोलकाता के नाखुदा मस्जिद के इमाम मौलाना शफीक कासमी के अलावा कोलकाता उच्च न्यायालय के वकील इमरान अली, सामाजिक कार्यकर्ता कमरुद्दीन मलिक, डॉ अनवारुल इस्लाम, सरदार कालू सिंह, मणि महाराज, अकरम हुसैन साहिल और मोहम्मद वसी अख्तर मौजूद थे.
मुख्य अतिथि मौलाना शफीक कासमी ने मुहर्रम के महत्व को समझाते हुए कहा कि यह शोक का महीना है. पैगंबर मुहम्मद के पोते इमाम हुसैन अन्याय के खिलाफ विरोध और धर्म की स्थापना करते हुए शहीद हुए थे. अत्याचारी और अभिमानी यजीद ने मुहर्रम की 10 तारीख को पैगंबर मुहम्मद के प्यारे पोते इमाम हुसैन को मार डाला था. लिहाजा जिस तरह से शांति के साथ मुहर्रम मनाने का फरमान इस्लाम में दिया गया है, उसी तरह से मुहर्रम मनाने की अपील उन्होंने लोगों से की. वकील इमरान अली ने कहा कि मुहर्रम में दुनिया भर के लोग न्याय के लिए इमाम हुसैन की कुर्बानी का सम्मान करते हैं.
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोगों ने लोकसभा चुनाव और हाल के चार विधानसभा उपचुनावों में उन पर भरोसा दिखाया है. अल्पसंख्यक समुदाय पूरी तरह से उनके साथ है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है