पश्चिम बंगाल : केंद्रीय सुरक्षा वाहिनी को स्कूलों की जगह ऑडिटोरियम या अन्य स्थानों पर ठहराया जाए, शिक्षक संगठनों की पुरजोर मांग
पश्चिम बंगाल : चुनाव के मौके पर सेना के जवानों की 100 कंपनियां राज्य में आ रही हैं. इनमें 7 कंपनियां पहले चरण में और 3 कंपनियां दूसरे चरण में कोलकाता आ रही हैं. इन्हें शहर के विभिन्न स्कूलों में ठहराया जाएगा. उस व्यवस्था को लेकर स्कूल बंद है.
पश्चिम बंगाल : लोकसभा चुनाव 2024 की तारीख का ऐलान भले ही नहीं हुआ है, लेकिन सरगर्मियां शुरू हो चुकी हैं. चुनाव के मौके पर सेंट्रल फोर्स की 920 कंपनियां राज्य में आने की उम्मीद है. उन्हें राज्य के सरकारी स्कूलों में ठहरने की व्यवस्था की जा रही है. जिसके चलते उत्तर कोलकाता में बेथ्यून समेत कई स्कूल बंद कर दिए गए हैं. यह पता चला है कि केंद्रीय सेना के जवानों को समायोजित करने के लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (डब्ल्यूबीसीएचएसई) को सूचित किए बिना स्कूल को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. इस घटना से स्वाभाविक तौर पर हड़कंप मच गया है.
पुलिस ने स्कूलों को भेजा था नोटिस
मालूम हो कि पुलिस की ओर से उत्तर कोलकाता के बेथ्यून स्कूल को स्थानीय थाने से केंद्रीय बलों के रहने के बारे में जानकारी देते हुए नोटिस दिया गया है. नोटिस के कारण स्कूल प्रशासन ने स्कूल में पठन-पाठन बंद कर दिया गया है. स्कूल सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को स्कूल में 11वीं कक्षा की परीक्षा है. वह परीक्षा उचित समय पर होगी. इसके अलावा बाकी कक्षाओं में छुट्टी दे दी गई है.
राज्य के कई स्कूलों को भेजा गया पत्र
संभवतः विद्यालय में जवानों के रहते सामान्य पठन-पाठन संभव नहीं है. भविष्य में कक्षाएं कब और कैसे शुरू होंगी, इसकी जानकारी छात्रों को नोटिफिकेशन द्वारा दी जाएगी. हालांकि यह घटना सिर्फ बेथ्यून स्कूल की नहीं है, कई अन्य स्कूलों में भी पढ़ाई बंद कर दी गई है. यही पत्र थाने से जादवपुर के 3 और स्कूल को भेजा गया. पता चला है कि सेना के जवानों के लिए आवास की व्यवस्था करने के लिए पुलिस स्टेशन से राज्य के अन्य स्कूलों को पत्र भेजा गया है.
सेना के जवानों की 100 कंपनियां आ रही हैं राज्य में
लेकिन हैरानी की बात यह है कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को इसके बारे में कुछ भी पता नहीं है. परिषद के अध्यक्ष रामानुज गंगोपाध्याय ने साफ कहा कि उन्हें किसी बात की जानकारी नहीं दी गयी. परिषद के अध्यक्ष ने कहा, ”मैंने मामला सुना है. अगर इसी तरह मार्च के पहले दिन से स्कूल बंद हो गया तो पढ़ने में काफी दिक्कत होगी. आगे परीक्षाएं हैं. पढ़ने की वैकल्पिक व्यवस्था क्या होगी, इस पर मुझसे कोई चर्चा नहीं हुई. संयोग से चुनाव के मौके पर सेना के जवानों की 100 कंपनियां राज्य में आ रही हैं. इनमें 7 कंपनियां पहले चरण में और 3 कंपनियां दूसरे चरण में कोलकाता आ रही हैं. इन्हें शहर के विभिन्न स्कूलों में ठहराया जाएगा. उस व्यवस्था को लेकर स्कूल बंद है.
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