Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में रात्रि पहरे पर भी रहेंगे केंद्रीय बलों के जवान

Lok Sabha Election 2024 : कोलकाता के विभिन्न स्थानों पर कुल 45 नाका चेकिंग प्वाइंट बनाये गये हैं. प्रत्येक के पास आधे-आधे खंडों में एक केंद्रीय बल होगा. प्रत्येक इलाके में निगरानी टीम और फ्लाइंग स्क्वाड टीम में केंद्रीय बलों के जवान मौजूद होंगे. चुनाव में 185 क्यूआरटी में सेंट्रल फोर्स के जवान होंगे.

By Shinki Singh | May 31, 2024 12:50 PM
an image

 Lok Sabha Election 2024 : पश्चिम बंगाल के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के सातवें और आखिरी चरण के मतदान के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ा दी गयी है. सेंट्रल फोर्स के जवान अब रात में भी शहर में गश्त लगायेंगे. इस बार के चुनाव में ऐसा पहली बार हो रहा है. कोलकाता में एक जून को वोट डाले जायेंगे. इसके 72 घंटे पहले से रात्रि गश्ती वाहन कोलकाता के चक्कर लगायेंगे. प्रत्येक वाहन के केंद्रीय बल का एक सेक्शन होगा. साथ ही विशेष क्यूआरटी की टीमें भी मौजूद रहेंगी, प्रत्येक में केंद्रीय बलों का एक सेक्शन होगा.

कोलकाता के विभिन्न स्थानों पर 45 नाका चेकिंग प्वाइंट बनाये गये

सूत्रों के मुताबिक, कोलकाता में इस विशेष क्यूआरटी वैन में केंद्रीय बल के जवान ऊंचे मकान के अलावा भीड़-भाड़ वाले इलाकों पर विशेष निगरानी रखेंगे. कोलकाता के विभिन्न स्थानों पर कुल 45 नाका चेकिंग प्वाइंट बनाये गये हैं. प्रत्येक के पास आधे-आधे खंडों में एक केंद्रीय बल होगा. प्रत्येक इलाके में निगरानी टीम और फ्लाइंग स्क्वाड टीम में केंद्रीय बलों के जवान मौजूद होंगे. चुनाव में 185 क्यूआरटी में सेंट्रल फोर्स के जवान होंगे. एक जून को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. मतदान के एक दिन पहले से ही पुलिस महानगर में उपद्रवियों पर नजर रख रही है. जिन अपराधियों के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश, आर्म्स एक्ट जैसे मामले दर्ज हैं, उनपर विशेष नजर रहेगी.

Narendra Modi : प्रधानमंत्री ने कहा, विकास के जो काम नरेन्द्र मोदी करता है, तृणमूल कहती है कि ‘ऐटा होते देबो ना’

कहीं से गड़बड़ी की खबर मिलने पर तुरंत करेंगे कार्रवाई

पुलिस सूत्रों के अनुसार, मतदान के दिन अगर कोलकाता में किसी भी पोलिंग बूथ पर किसी तरह की गड़बड़ी की शिकायत आती है, उस पर त्वरित कार्रवाई की जायेगी. पुलिस अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचेंगे और व्हाट्सऐप पर बनाये गये विशेष ग्रुप में वहां की तस्वीर भेजकर वहां की स्थिति स्पष्ट करेंगे. इस ग्रुप में सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और डिविजन पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया है.

संदेशखाली मुद्दे पर तृणमूल को घेरने की कोशिश में है भाजपा

Exit mobile version