चुनाव बाद हिंसा को रोकने के लिए केंद्रीय बलों की होगी तैनाती
विशेष पुलिस पर्यवेक्षक चुनाव के बाद की अशांति से निपटने के लिए चुनाव के बाद भी केंद्रीय बलों की 220 कंपनी राज्य में रखना चाहते हैं.
कोलकाता. लोकसभा चुनाव के समाप्त होने के बाद भी राज्य में केंद्रीय बल के जवानों को कुछ दिनों के लिए रखे जाने की योजना बनायी जा रही है. क्योंकि, 2021 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में राजनीतिक हिंसा की घटनाएं देखी गयी थीं. इसे ध्यान में रखते हुए ही यह योजना बनायी जा रही है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, विशेष पुलिस पर्यवेक्षक चुनाव के बाद की अशांति से निपटने के लिए चुनाव के बाद भी केंद्रीय बलों की 220 कंपनी राज्य में रखना चाहते हैं. इस संबंध में विशेष पुलिस पर्यवेक्षक आलोक सिन्हा पहले ही चुनाव आयोग को पत्र भेज चुके हैं. जानकारी आनुसार, केंद्रीय बल चार जून से 30 दिनों तक राज्य में रहेगी. बता दें कि अंतिम चरण के चुनाव में राज्य 1020 कंपनी केंद्रीय बल को उतारा जायेगा. स्पेशल पुलिस ऑब्जर्वर इन्हीं में से 220 कंपनी को अपने पास रखना चाहते हैं.
छठे चरण में नंदीग्राम पर आयोग की खास नजर
इसके अलावा छठे चरण के मतदान के दिन नंदीग्राम पर आयोग की विशेष नजर रहेगी. नंदीग्राम में केंद्रीय बलों की 20 कंपनियां मौजूद हैं. आयोग के सूत्रों के मुताबिक, नंदीग्राम हत्याकांड के बाद केंद्रीय बल में 16 कंपनियों सहित और कंपनी बल जोड़े गये हैं. नंदीग्राम में क्यूआरटी की संख्या भी बढ़ा दी गयी है. चुनाव 12 सेक्शन क्यूआरटी को रखा जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है