कल्याणी एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, चार आरोपी गिरफ्तार

जिला के हरिपाल थाने की पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करनेवाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. कल्याणी एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर 72 लाख रुपये की ठगी का पर्दाफाश कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 3, 2024 12:55 AM

हुगली. जिला के हरिपाल थाने की पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करनेवाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. कल्याणी एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर 72 लाख रुपये की ठगी का पर्दाफाश कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. हुगली ग्रामीण पुलिस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कृष्ण राय ने हरिपाल थाना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि इन लोगों ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की है. हरिपाल थाने में शिकायत दर्ज हुई थी. पुलिस ने जांच शुरू की, तो धोखाधड़ी से जुड़ी एक के बाद एक सनसनीखेज जानकारी सामने आयी. पहले पुलिस ने नदिया के कल्याणी से बप्पा राउत नामक शख्स को गिरफ्तार किया. उसके बाद गिरोह में शामिल दीपक दास को दुर्गापुर से गिरफ्तार किया गया. उनसे पूछताछ के बाद पुलिस को दो और जालसाजों का पता चला. पुलिस ने तमलुक और राणाघाट से एमडी बशर और सुप्रिया विश्वास को गिरफ्तार किया. फिलहाल बप्पा राउत जेल में है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. आरोपियों के पास से नियुक्ति पत्र से जुड़े कई फर्जी दस्तावेज, चार पहिया वाहन, दो मोबाइल आदि बरामद हुए हैं. पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने खुद को कल्याणी एम्स का कर्मचारी बताकर देश भर में भर्ती प्रक्रिया का जाल फैलाये रखा था. हरिपाल निवासी शिवनाथ दे ने ठगी की शिकायत थाने में की थी. उसने बताया कि साल 2021 में वह दीपक दास से मिले थे. दीपक ने खुद को राज्य सरकार का एक वरिष्ठ अधिकारी बताया था. इसके बाद शिवनाथ दे उसके चुंगल में फंस गये. शिवनाथ ने अपने रिश्तेदारों को कल्याणी एम्स में नौकरी दिलाने के लिए दीपक और उनके साथियों को कई चरणों में 72 लाख रुपये दे दिये. इसके बाद चरण दर चरण फर्जी नियुक्ति प्रक्रिया चलती रही. फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिया गया. चार महीने बाद शिवनाथ दे को इसकी जानकारी हुई कि उनके और रिश्तेदारों के साथ धोखाधड़ी हुई है. गत वर्ष दिसंबर में शिवनाथ दे ने हरिपाल थाना में शिकायत दर्ज करायी और इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की.

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