संवाददाता, कोलकाता
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को नबान्न सभागार में एक बैठक के दौरान राज्य के कई नेताओं एवं मंत्रियों को जमकर फटकार लगायी. सीएम ने कहा कि विधाननगर नगर निगम में मनमर्जी से लोगों को काम पर रखा जा रहा है. मंत्री सुजीत बोस का नाम लेते हुए कहा कि वह नगरपालिका में अपने लोगों की धड़ल्ले से भर्तियां करा रहे हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि नगर निगम में आखिर अस्थायी कर्मचारियों की नियुक्ति क्यों की जा रही है. न्यूटाउन, सॉल्टलेक में बिना किसी की अनुमति के दुकानें खोली जा रही हैं. सिलीगुड़ी के मेयर गौतम देव को भी मुख्यमंत्री का कोपभाजन बनना पड़ा. सिलीगुड़ी में पानी की समस्या को लेकर ममता ने नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि यह समझ में नहीं आया कि अचानक से सिलीगुड़ी में पानी की किल्लत कैसे हो गयी. उन्होंने डाबग्राम-फुलबाड़ी क्षेत्र में भूमि माफियाओं के बढ़ने की भी शिकायत की. मेयर गौतम देव से कहा कि वह अपनी जिम्मेदारी से इनकार नहीं कर सकते. यदि आप काम नहीं करेंगे, तो इसका खामियाजा भी आपको भुगतना होगा. मुख्यमंत्री ने कूचबिहार के तृणमूल नेता रबींद्रनाथ घोष को फटकार लगाते हुए कहा कि बिना राज्य सरकार की अनुमति से नगरपालिका टैक्स क्यों बढ़ाया गया? बैठक में राज्य के उत्तर से दक्षिण तक सभी नगर निकायों के अधिकारियों को कमोबेश मुख्यमंत्री की फटकार सुननी पड़ी. हालांकि, बैठक के अंत में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके बयान का उद्देश्य किसी की अलग से आलोचना करना नहीं है. बल्कि ये बातें लोगों तक बेहतर सेवाएं पहुंचाने के लिए कही जा रही हैं. मुख्यमंत्री ने उम्मीद जतायी कि अब सभी लोग सावधान रहेंगे और पारदर्शिता के साथ काम करेंगे.
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