चिरेका प्रबंधन का फैसला : दो पॉकेट गेटों को बंद करने के कार्य को किया स्थगित

चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना (चिरेका) प्रबंधन ने अपनी नगरी में प्रवेश के लिए दो जगहों पर बने पॉकेट गेटों को अवैध बताते हुए इसे विकेट गेट (सिर्फ पैदल यात्री ही प्रवेश कर पायेंगे) लगाकर बंद करने के कार्य को स्थगित कर दिया. गुरुवार को रामकृष्ण पाठचक्र के पास स्थित पॉकेट गेट और शुक्रवार को नामोकेशिया कालीमंदिर के पास बने पॉकेट गेट को बंद करने का आदेश जारी किया गया था.

By Prabhat Khabar News Desk | May 16, 2024 9:42 PM

रूपनारायणपुर.

चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना (चिरेका) प्रबंधन ने अपनी नगरी में प्रवेश के लिए दो जगहों पर बने पॉकेट गेटों को अवैध बताते हुए इसे विकेट गेट (सिर्फ पैदल यात्री ही प्रवेश कर पायेंगे) लगाकर बंद करने के कार्य को स्थगित कर दिया. गुरुवार को रामकृष्ण पाठचक्र के पास स्थित पॉकेट गेट और शुक्रवार को नामोकेशिया कालीमंदिर के पास बने पॉकेट गेट को बंद करने का आदेश जारी किया गया था. जिसे लेकर पूरी तैयारी हो चुकी थी. अचानक इसे रोक दिया गया. इंटक नेता इंद्रजीत सिंह ने बताया कि प्रबंधन के इस फैसले का यूनियनों ने काफी विरोध किया था. रेलवे बोर्ड तक चिट्ठी भेजी गयी थी. इन गेटों के बंद होने से प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोगों की दिक्कतें बढ़ जायेंगी, जिसमें स्कूली बच्चों की संख्या काफी है. गौरतलब है कि चिरेका प्रबंधन ने अपने नगरी में प्रवेश के लिए बने तीन पॉकेट गेटों को अवैध बताते हुए इसे विकेट गेट लगाकर बंद करने का आदेश दिया था. जिसके तहत गत 15 अप्रैल को चित्तरंजन से सटे मिहिजाम (झारखंड) कुर्मीपाड़ा के पास बने पॉकेट गेट को बंद कर दिया गया. 
17 अप्रैल को सालानपुर प्रखंड के नामोकेशिया कालीमंदिर इलाके के पास स्थित पॉकेट गेट को और 19 अप्रैल हिंदुस्तान केबल्स लोअर केशिया के पास रामकृष्ण पाठचक्र के पास बने पॉकेट गेट को बंद करना था. लेकिन भारी हंगामे की आशंका को देखते हुए पुलिस और प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद इसे रोक दिया गया. 13 मई को चुनाव समाप्त होते ही पुनः 16 और 17 मई को दोनों पॉकेट गेटों को विकेट गेट लगाकर बंद करने का आदेश जारी हुआ. यूनियनों के दबाव में प्रबंधन ने पुनः इस कार्य को स्थगित कर दिया है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version