शिक्षकों की कमी से 11वीं में दाखिले को लेकर संकट में स्कूल
स्कूल शिक्षा विभाग के अनुसार उच्च माध्यमिक स्कूलों में अब 26,000 से कुछ अधिक महिला शिक्षक हैं.
कोलकाता. स्कूल शिक्षा विभाग के अनुसार उच्च माध्यमिक स्कूलों में अब 26,000 से कुछ अधिक महिला शिक्षक हैं. कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर 26,000 शिक्षकों की नौकरी चली गयी है. माध्यमिक का परिणाम निकलने के साथ ही 11वीं में दाखिले को लेकर माध्यमिक बोर्ड और स्कूल अधिकारी चिंतित हैं, क्योंकि कई शिक्षक और शिक्षाकर्मी नौकरी से बाहर हैं. राज्य के 6000 से अधिक उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 11वीं कक्षा के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हो गयी है. स्कूल शिक्षा विभाग के अनुसार, उच्च माध्यमिक स्तर के स्कूलों में अब 26,000 से कुछ अधिक महिला शिक्षक हैं. इनमें से 5,596 शिक्षकों को 2016 के पैनल में उच्च माध्यमिक स्तर पर नौकरी मिली. ऐसे में अधिकारियों का मानना है कि इससे एडमिशन प्रक्रिया में दिक्कत आयेगी. वहीं, उच्च माध्यमिक शिक्षा पर्षद 11वीं और 12वीं में सेमेस्टर प्रणाली शुरू कर रही है. दो कक्षाओं की चार परीक्षाएं होंगी. ऐसे में स्कूलों पर दबाव बढ़ने वाला है. कोर्ट के फैसले की वजह से लगभग 17,000 शिक्षिकाएं अपनी नौकरी को लेकर संशय में हैं. ऐसे में अधिकारियों को स्कूल के कैजुअल और पैरा टीचर्स पर निर्भर रहना पड़ता है. कई ऐसे स्कूल हैं जहां शिक्षकों और छात्रों का अनुपात बहुत कम है. स्कूल अधिकारियों के मुताबिक, जब तक सुप्रीम कोर्ट स्टे नहीं देता, 11वीं में एडमिशन और पढ़ाई अनिश्चित हो जायेगी.
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