बंद पड़ा रैनबसेरा बना नशेड़ियों-उचक्कों का अड्डा
केबल को चुरा कर रैनबसेरे में जला कर तांबा निकाल रहे चोर, फिर बाजार में बेच रहे
रानीगंज, जितेंद्र त्रिवेदी.
रानीगंज के वार्ड 88 के हुसैन नगर में बने रैन-बसेरा अब गरीबों के रहने के बजाय चोरों व नशाखोरों का अड्डा बन गया है. बीती रात कुछ नशेड़ियों व चोरों ने सरकारी केबल (तार) को जला कर उसके अंदर का तांबा निकाल कर बेचने की कोशिश की जा रही थी, जब चोरों ने तार में आग लगायी, तो स्थानीय लोगों की धुएं पर नजर पड़ी. लोग जब वहां पहुंचे और इसकी भनक लगते ही चोर वहां से चंपत हो गये. जब स्थानीय निवासी रैन-बसेरा के अंदर पहुंचे, तो देखा कि अंदर गांजा व नशे की अन्य सामग्रियां बिखरी पड़ी थीं. इससे साफ हुआ कि अपराधियों ने यहां के रैन-बसेरा को अपना अड्डा बना लिया है. जैसे ही यह खबर रानीगंज थाने की पुलिस को मिली, तो पुलिस मौके पर पंहुच गयी. इसके साथ ही रानीगंज बोरो दो के चेयरमैन मुजामिल शहजादा भी मौके पर पंहूचे. मुजामिल शहजादा ने कहा के यह बिजली विभाग का तार है. सरकारी तार को चोरी किया गया था . मुज्जमिल शहजादा ने कहा की रानीगंज में नशा खोर इतने बढ़ गया के नशे की लत के कारण चोरों ने अब सरकारी संपत्ति को भी अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि रानीगंज में गांजा अफीम चरस का नशा इतना बढ़ गया के इसके लिए लोग चोरी करने पर मजबूर हो रहे हैं.उन्होंने कहा कि चोरों का आतंक इतना ज्यादा बढ़ गया है कि अब चोर रैन बसेरा के अंदर रखे बेड को भी नहीं छोड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि चोरों ने कई बेडों को भी चुरा लिया है. वही इस वार्ड के टीएमसी अध्यक्ष मोहम्मद आसिफ ने कहा कि नशा इतना बढ़ गया है कि अब तो हद हो गई है सरकारी संपत्ति को भी कर अब अपना निशाना बनाने से गुरेज नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से यहां पर रेन बसेरा को चोरों ने अपना आश्रय स्थल बना लिया था उससे यह बात अब सामने आ रही है कि रैन बसेरा में सुरक्षा कर्मी ना रहने की वजह से चोरों को ऐसा करने में आसानी हो रही है. यहां पर यह सवाल पैदा होता है कि प्रशासन द्वारा रैन बसेरा तो बनाया गया है लेकिन जिस तरह से इसकी सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरती जा रही है यह बेहद चिंताजनक है,एवं अब तक नगर निगम रैन बसेरा चालू भी नहीं कर पाई. उन्होंने कहा कि जिस तरह से अपराधियों ने इस रैन बसेरा को अपना ठिकाना बना लिया है उसे आने वाले समय में यहां के निवासी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.