कोलकाता/अगरतला. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी एकमात्र दल है, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘डबल इंजन’ की सरकार को सत्ता से बाहर कर सकती है और लोगों को भाजपा का विकल्प मुहैया करा सकती है. अगरतला में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए सुश्री बनर्जी ने दावा किया कि भाजपा के शासन में त्रिपुरा में लोकतंत्र को पीछे धकेल दिया गया, क्योंकि ‘दलों को राजनीतिक बैठकें आयोजित करने की अनुमति नहीं है और पत्रकारों ने समाचार एकत्र करने का अधिकार खो दिया.’
ममता बनर्जी ने कहा कि दो साल पहले हमारी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमले किये गये थे. उनके वाहनों में तोड़फोड़ की गयी. उनमें से कुछ को अवैध रूप से सलाखों के पीछे डाल दिया गया. राज्य में लोकतंत्र की हालत खराब है और हमारे नेताओं और सदस्यों को गलत कार्यों का विरोध करने के लिए यातना दी गयीं. भाजपा का साफ तौर पर संदर्भ देते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि जो दल लोगों को 100 दिन के काम की गारंटी नहीं दे सकता है, उसे वोट मांगने का कोई हक नहीं है. उन्होंने कहा तृणमूल एकमात्र पार्टी है, जो देश से डबल इंजन सरकार को (सत्ता से) बाहर कर सकती है और लोगों को विकल्प दे सकती है.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल से त्रिपुरा पहुंचीं तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मंगलवार सुबह अगरतला में पदयात्रा की. इस अवसर पर ममता बनर्जी ने भाजपा, कांग्रेस और माकपा पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि यहां कांग्रेस और माकपा का गंठबंधन है, लेकिन बंगाल में भाजपा, माकपा और कांग्रेस तीनों मिलकर उनके खिलाफ बोलते हैं, उन्हें शर्म नहीं आती है. ममता बनर्जी ने कहा कि माकपा की सरकार बंगाल में वर्षों से थी, लेकिन इन्होंने क्या किया? कांग्रेस चार साल साथ रहेगी, लेकिन चुनाव से पहले पलटी मारेगी.
उनके साथ पदयात्रा में पार्टी के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी और भूमि-कन्या और तृणमूल सांसद सुष्मिता देव भी शामिल हुईं. तृणमूल प्रमुख ने यह भी कहा कि त्रिपुरा के लोग आगामी चुनाव में माकपा-कांग्रेस के गठबंधन को खारिज कर देंगे, जैसे लोगों ने बंगाल में किया था. उन्होंने आश्वासन दिया कि अगर उनका दल सत्ता में आता है, तो विकास की वही योजनाएं त्रिपुरा में भी शुरू की जायेंगी, जो फिलहाल बंगाल में उपलब्ध हैं, जिनमें लक्ष्मी भंडार और कन्याश्री जैसी योजनाएं शामिल हैं.