सरकारी कार्यालयों में बिजली के दुरुपयोग से सीएम नाखुश
गुरुवार को राज्य सचिवालय में प्रशासनिक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने बिजली खर्च को लेकर नाराजगी व्यक्त की. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के कई सरकारी विभागों में बिजली का दुरुपयोग हो रहा है.
बिजली की बर्बादी रोकने के लिए विभागीय सचिवों को उचित कदम उठाने का निर्देश
कोलकाता. लोकसभा चुनाव के बाद से ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक कर रही हैं. पिछले 10 दिनों के अंदर मुख्यमंत्री ने दो प्रशासनिक बैठकें कीं. बैठक में लगभग सभी विभाग के प्रधान सचिव और अतिरिक्त सचिव उपस्थित थे. गुरुवार को राज्य सचिवालय में प्रशासनिक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने बिजली खर्च को लेकर नाराजगी व्यक्त की. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के कई सरकारी विभागों में बिजली का दुरुपयोग हो रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी सचिवों से पूछा कि सरकारी कार्यालय में बिजली की बर्बादी क्यों हो रही है. ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि अधिकारियों के चले जाने के बाद भी उनके कार्यालय में एसी चलती रहती है. उन्होंने कहा : मैंने सुना है कि कई मंत्रियों के दफ्तर में बेवजह एसी चलायी जाती हैं और बिजली की बर्बादी होती है. उन्होंने कहा कि वह किसी भी कीमत पर बिजली की बर्बादी बर्दाश्त नहीं करेंगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार यहां के लोगों को चौबीसों घंटे निर्बाध बिजली की आपूर्ति करना चाहती है और अगर इस प्रकार से बिजली का दुरुपयोग किया गया, तो ऐसे कैसे संभव होगा. उन्होंने राज्य के सभी विभागों को इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए बिजली के दुरुपयोग को बंद करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने विभागीय सचिवों को निर्देश देते हुए कहा कि वह अपने विभागों के सभी छोटे-बड़े कार्यालयों में बिजली की खपत नियंत्रित करने का निर्देश दें. खासतौर पर एसी को चलाने को लेकर विशेष निर्देश दिया जाये.
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