कालीघाट में सीएम फिर सुनेंगी जनसमस्याएं

जानकारी के अनुसार, राज्य के विभिन्न हिस्सों से लोग मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रति विश्वास रखते हुए अपनी समस्या, शिकायत बताने के लिए आ रहे हैं.

By Prabhat Khabar Print | July 2, 2024 2:30 AM

कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास के पास मिलन संघ में एक बार से लोगों की शिकायतों को सुनने व इसके समाधान के लिए जनता दरबार लगने लगा है. लोकसभा चुनाव की वजह से जनता दरबार कुछ महीनों के लिए बंद था, लेकिन अब यह फिर से शुरू हो गया है और लोग यहां अपनी शिकायतें व समस्याएं लेकर पहुंंच रहे हैं.

जानकारी के अनुसार, राज्य के विभिन्न हिस्सों से लोग मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रति विश्वास रखते हुए अपनी समस्या, शिकायत बताने के लिए आ रहे हैं. बताया गया है कि रविवार को ही यहां लगभग एक हजार लोग पहुंचे थे और अपनी समस्याएं सुनायी थी.

मिलन संघ में लगा है हेल्प डेस्क

जानकारी के अनुसार, लोगों की शिकायतें सुनने के लिए मिलन संघ में एक हेल्प डेस्क बनाया गया है, जहां लोग पत्र के माध्यम से अपनी समस्याएं व शिकायतें करते हैं और इसके बाद अगर समस्या प्रशासनिक हुई, तो इसे संबंधित विभाग के पास समाधान के लिए भेज दिया जाता है और अगर कोई स्थानीय समस्या है, तो इसे तृणमूल भवन के पास भेजा जाता है और पार्टी स्तर पर शिकायतों का निबटारा करने की कोशिश की जाती है.

सीएम के निर्देश पर ही शुरू हुआ जनता दरबार

इस संबंध में तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि राज्य के हर व्यक्ति को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भरोसा है, इसलिए वे इस जनता दरबार में आ रहे हैं. इसके अलावा, राज्य सचिवालय नबान्न भवन में एक शिकायत कक्ष है. साथ ही सीएम ने ‘सरासरी मुख्यमंत्री’ के नाम पर एक हेल्पलाइन नंबर भी लॉन्च किया है. ममता बार-बार पार्टी के जन प्रतिनिधियों को पूरे साल जनसंपर्क करने और जनता के साथ खड़े रहने की हिदायत देती हैं. इसी फॉर्मूले के तहत ममता बनर्जी के निर्देश पर जनता दरबार की शुरुआत की गयी है, जहां प्रत्येक रविवार को ममता बनर्जी के घर के पास कालीघाट मिलन संघ में जनता दरबार आयोजित होता है. यह दरबार सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक चलता है. बताया गया है कि तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी, हर रविवार को इस दरबार में उपस्थित होते हैं. यदि आम कोई समस्या आती है, तो संबधित इलाके के विधायक या नगरपालिका अध्यक्ष को अवगत कराया जाता है. वहीं, शांतनु सेन और निर्मल मांझी अस्पताल के मुद्दों की समीक्षा कर उसका समाधान करते हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version