चुनाव की आंच पांचवें चरण में आ रही महानगर के करीब
नाव में चार चरणों का मतदान संपन्न हो गया है. पहाड़ी इलाकों से लेकर शिल्पांचल तक में लोगों ने अपना मताधिकार का प्रयोग कर लिया है.
संवाददाता, कोलकाता
चुनाव में चार चरणों का मतदान संपन्न हो गया है. पहाड़ी इलाकों से लेकर शिल्पांचल तक में लोगों ने अपना मताधिकार का प्रयोग कर लिया है. पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के करीब अब चुनाव आ गया है. पांचवें चरण में कोलकाता के उपनगरीय इलाकों में मतदान होगा. बनगांव, बैरकपुर, हावड़ा, उलबेड़िया, श्रीरामपुर और हुगली में पांचवें चरण का मतदान आगामी 20 मई को होगा. यानी कोलकाता में भी चुनावी आंच पहुंच जायेगी. पांचवें चरण के मतदान पर नजर डालें तो बैरकपुर, बनगांव और हुगली में काफी तगड़ी लड़ाई की संभावना जतायी जा रही है. जहां बैरकपुर में भाजपा की ओर से अर्जुन सिंह उम्मीदवार हैं तो तृणमूल की ओर से पार्थ भौमिक चुनावी मैदान में खड़े हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में टिकट न मिलने पर तृणमूल से भाजपा में आये अर्जुन सिंह एक बार फिर से टिकट न मिलने के बाद तृणमूल से भाजपा का दामन थाम लिया है. गत लोकसभा चुनाव में अर्जुन सिंह ने तृणमूल उम्मीदवार दिनेश त्रिवेदी को करीब 14 हजार वोटों से परास्त किया था. औद्योगिक क्षेत्र के तौर पर जाने जानेवाले बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र इसके बाद से लंबे अरसे तक बमों के धमाकों से गूंजता रहा. हिंसा की वजह से इस क्षेत्र ने खूब सुर्खियां बटोरी थी. इस बार तृणमूल ने नैहाटी के अपने विधायक पार्थ भौमिक को टिकट दिया है. पार्थ भौमिक भी एक खासे मजबूत नेता माने जाते हैं. इस बार यहां रोमांचक मुकाबला होने की संभावना जतायी जा रही है. इस लोकसभा क्षेत्र की खासियत है कि यहां बड़ी तादाद में हिंदीभाषियों की मौजूदगी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अर्जुन सिंह के समर्थन में यहां सभा की है.
पांचवें चरण में एक और दिलचस्प मुकाबला बनगांव लोकसभा क्षेत्र में देखने की संभावना जतायी जा रही है. यहां भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर और तृणमूल के विश्वजीत दास के बीच सीधा मुकाबला हो सकता है. सीएए को लागू किये जाने की मांग बनगांव में बसे बड़ी तादाद में मतुआ समुदाय के लोगों द्वारा की जा रही थी. सीएए के लागू होने के बाद राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक यहां भाजपा की स्थिति मजबूत है. तृणमूल की ओर से पहली बार ठाकुरबाड़ी से बाहर के किसी व्यक्ति को यहां से टिकट दिया गया है. तृणमूल उम्मीदवार विश्वजीत दास भले ही ठाकुरबाड़ी से जुड़े न हो या फिर मतुआ समुदाय के न हो लेकिन वह भाजपा के टिकट पर बागदा के विधायक बने थे. इससे पहले वह गत लोकसभा चुनाव से पहले तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. लेकिन फिर शांतनु ठाकुर से मनमुटाव होने की वजह से वह वापस तृणमूल में आ गये. अब उन्हें बनगांव लोकसभा क्षेत्र से शांतनु ठाकुर के सामने तृणमूल कांग्रेस ने उतारा है. गत लोकसभा चुनाव में शांतनु ठाकुर ने 6.87 लाख वोट हासिल करके तृणमूल की ममता ठाकुर को हराया था. ममता ठाकुर को 5.76 लाख वोट मिले थे.
पांचवें चरण में ही हुगली लोकसभा क्षेत्र के लिए मतदान होगा. यहां भाजपा की ओर से लॉकेट चटर्जी और तृणमूल की ओर से रचना बनर्जी चुनावी मैदान में हैं. गत लोकसभा चुनाव में लॉकेट चटर्जी ने 6.71 लाख वोट हासिल कर तृणमूल की डॉ रत्ना दे नाग को हराया था. रत्ना दे नाग को 5.98 लाख वोट मिले थे. इस बार हुगली लोकसभा क्षेत्र में दोनों ही प्रमुख उम्मीदवारों यानी लॉकेट चटर्जी और रचना बनर्जी का बैकग्राउंड फिल्म जगत से है.
दोनों ही अच्छे दोस्त माने जाते हैं. एक दूसरे पर निजी हमला करने से भी दोनों ने चुनाव प्रचार के दौरान परहेज किया है.
कुल मिलाकर पांचवें चरण में जहां कई रोमांचक मुकाबलों की संभावना है वहीं चुनाव की गर्मी कोलकाता के बेहद निकट भी आ गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है