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शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 59.68 लाख रुपये की ठगी

साइबर क्राइम. शेयर ट्रेडिंग के नाम पर साइबर अपराधियों का लोगों को फंसाने का कार्य जारी

By Prabhat Khabar News Desk | April 17, 2024 9:53 PM

आसनसोल.

बुदबुद थाना क्षेत्र के सुकदल इलाके के निवासी दिलीप कुमार बनर्जी को साइबर अपराधियों ने शेयर ट्रेडिंग के जाल में फंसाकर 59,68,510 रुपये का चूना लगा दिया. श्री बनर्जी शेयर ट्रेडिंग व्यवसाय में रुचि रखते हैं और निवेश के उद्देश्य से विभिन्न शेयर ब्रोकिंग एजेंसियों के साथ संपर्क भी किया. इसी दौरान साइबर अपराधियों ने उन्हें अपना निशाना बना लिया और लाभकारी विशेषताओं के विषय में जानकारी देकर उन्हें अपने झांसे में ले लिया. श्री बनर्जी ने उनके झांसे में आकर 59.68 लाख रुपये निवेश कर दिया. बाद में पैसे निकालने की बारी आयी तब उन्हें समझ में आया कि वह साइबर अपराधियों के चंगुल में फंस गये हैं. जिसकी शिकायत उन्होंने आसनसोल दुर्गापुर कमिश्नरेट पुलिस के साइबर क्राइम थाने में की. उनकी शिकायत के आधार पर कांड संख्या 36/24 में आइपीसी की धारा 419/420/406/120बी के तहत मामला दर्ज हुआ है. आसनसोल कुमारपुर इलाके की निवासी देबजानी बनर्जी द्वारा 16 जनवरी 2024 को साइबर थाना में की गयी शिकायत में 75,83,246 रुपये की ठगी की बात कही गयी थी. 59.68 लाख की यह ठगी इस साल की दूसरी सबसे बड़ी राशि की ठगी है. गौरतलब है कि पुलिस और वित्तीय संस्थानों द्वारा साइबर अपराध से लोगों को बचाने के लिए नियमित जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इसके बावजूद ऐसे अपराध घटने की बजाय लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. बुदबुद इलाके के निवासी श्री बनर्जी ने अपनी शिकायत में कहा कि शेयर ट्रेडिंग में निवेश के लिए वह विभिन्न ब्रोकर एजेंसियों से बात कर रहे थे. इसी दौरान 19 जनवरी 2024 को उनके व्हाट्सएप पर 6033413682 नंबर से एक मैसेज आया. जिसमें संदेश भेजनेवाले ने खुद को एंजल वन शेयर ट्रेडिंग एजेंसी का खुद को कस्टमर केयर का एजेंट बताया. उसने अपनी कंपनी की लाभकारी विशेषताओं के बारे में भी बताया. व्हाट्सएप चैटिंग के माध्यम से कई तरीकों से उन्हें लुभाया गया. उसने लिंक भेजकरर एंजल वन और एंजलबॉब नामक ऐप को डाउनलोड करने पर जोर दिया. विश्वास में आकर उन्होंने ऐप को डाउनलोड किया और उसी दिन से पैसा निवेश करना शुरू किया. 24 जनवरी 2024 से 14 मार्च 2024 तक 59,68,501 रुपये विभिन्न खातों में ट्रांसफर किये. विभिन्न फोन नंबरों से व्हाट्सऐप में मैसेज के माध्यम से पैसे निवेश पर भारी लाभ होने की झूठी सूचनाएं भेजकर उन्हें गुमराह किया गया. जब उन्होंने अपना शेयर बेचकर पैसे वापस लेने की कोशिश की तो ऐप ने काम नहीं किया. इसके उपरांत उन नंबरों पर फोन किया तो किसी ने भी फोन नहीं उठाया. उसके बाद उन्हें समझ आया कि वह साइबर ठगी के शिकार हो गये हैं. जिसकी शिकायत उन्होंने दर्ज करायी.

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