दोनों तृणमूल विधायकों ने विधानसभा में दिया धरना
तृणमूल कांग्रेस के दो नवनिर्वाचित विधायकों ने शपथ ग्रहण समारोह स्थल को लेकर जारी विवाद के कारण शपथ नहीं ले पाने के एक दिन बाद विधानसभा परिसर में गुरुवार को धरना दिया. राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने इन दोनों विधायकों को राजभवन में शपथ लेने को कहा था, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया था.
कोलकाता.
तृणमूल कांग्रेस के दो नवनिर्वाचित विधायकों ने शपथ ग्रहण समारोह स्थल को लेकर जारी विवाद के कारण शपथ नहीं ले पाने के एक दिन बाद विधानसभा परिसर में गुरुवार को धरना दिया. राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने इन दोनों विधायकों को राजभवन में शपथ लेने को कहा था, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया था. बरानगर से निर्वाचित विधायक सायंतिका बंद्योपाध्याय और भगवानगोला से रेयात हुसैन सरकार विधानसभा परिसर में बीआर आंबेडकर की प्रतिमा के सामने बैठ गये और राज्यपाल से विधानसभा में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करा कर उन्हें शपथ दिलाने की मांग की.बता दें कि राज्यपाल ने हाल में हुए उपचुनावों में निर्वाचित दोनों विधायकों को बुधवार को राजभवन में शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया था. हालांकि, विधायकों ने यह कहते हुए आमंत्रण को अस्वीकार कर दिया कि परंपरा के अनुसार उपचुनाव जीतने वाले उम्मीदवार के मामले में राज्यपाल विधानसभा अध्यक्ष या उपाध्यक्ष को शपथ दिलाने का काम सौंपते हैं. राज्यपाल ने विधानसभा में शपथ दिलाने से इनकार कर दिया और नयी दिल्ली के लिए रवाना हो गये. सायंतिका ने गुरुवार को विधानसभा में संवाददाताओं से कहा : हमने बुधवार शाम चार बजे तक राज्यपाल द्वारा शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करने का इंतजार किया, लेकिन राजपाल नहीं आये. गुरुवार को हम आंबेडकर की प्रतिमा के सामने इस मांग को लेकर बैठे हैं कि लोगों के लिए काम करने का हमारा संवैधानिक अधिकार बिना किस देर के हमें दिया जाये.
गौरतलब है कि विधायकों का धरना अपराह्न 12.30 बजे शुरू हुआ और शाम चार बजे तक जारी रहा. धरना समाप्त होने के बाद सायंतिका ने कहा कि वह विधानसभा में शपथ दिलाने के लिए फिर से राज्यपाल को पत्र लिखेंगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है