स्कूलों में तेजी से की जा रही काउंसेलरों की नियुक्ति
कुछ प्रिंसिपलों का कहना है कि स्कूलों में काउंसलरों की ज़रूरत बढ़ रही है.
कोलकाता. प्रतिस्पर्धा के दौर में जहां बच्चे प्रेशर का मुकाबला कर रहे हैं, वहीं उनके अंदर एकाकीपन की समस्या भी बढ़ रही है. स्कूल में बच्चे ऐसी समस्याओं के साथ आते हैं, जिनके लिए मनोवैज्ञानिकों के हस्तक्षेप की ज़रूरत होती है. इस तरह की जानकारी निजी स्कूलों के प्रिंसिपलों ने साझा की है. कुछ प्रिंसिपलों का कहना है कि स्कूलों में काउंसलरों की ज़रूरत बढ़ रही है. कई स्कूल तेजी से काउंसलरों की नियुक्ति कर रहे हैं, ताकि बच्चों को स्ट्रेस मुक्त रखा जाये और उनकी समस्या का समाधान किया जाये. एक निजी स्कूल की प्रिंसिपल ने बताया कि पिछले दो सालों में काउंसलर के पास जाने वाले छात्रों का प्रतिशत बढ़कर 30 हो गया है.
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