टेलीग्राम में बिजनेस के नाम पर उड़ा लिये 24 लाख रुपये

ाइबर अपराधी सोशल मीडिया पर हर तरफ लोगों को लूटने के लिए जाल फैलाकर रखा है. लोग खुद अपनी मर्जी से उनकी चंगुल में फंसकर अपना सबकुछ गंवा रहे हैं. कम समय में अधिक मुनाफा का लालच हाल के दिनों में इनका मुख्य हथियार बना है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 20, 2024 10:30 PM

आसनसोल.

टेलीग्राम में बिजनेस के नाम पर हीरापुर थाना क्षेत्र के निवासी मनीष मोहन ने साइबर ठगों के झांसे में आकर 24,00642 रुपये गंवा दिये. 17 मई 2024 से 12 जून 2024 के बीच अपने दो बैंक खातों से साइबर ठगों के निर्देशानुसार उनके विभिन्न खातों और वॉलेट में पैसा ट्रांसफर उन्होंने किया. कुछ दिनों बाद जब उन्होंने उनसे संपर्क करने का प्रयास किया तो वह विफल रहे. इसपर वह समझ गये कि वह साइबर ठगी के शिकार हो चुके हैं. गौरतलब है कि साइबर अपराधी सोशल मीडिया पर हर तरफ लोगों को लूटने के लिए जाल फैलाकर रखा है. लोग खुद अपनी मर्जी से उनकी चंगुल में फंसकर अपना सबकुछ गंवा रहे हैं. कम समय में अधिक मुनाफा का लालच हाल के दिनों में इनका मुख्य हथियार बना है. जिसमें लोग अपनी सारी जमा पूंजी इनके हवाले अपनी मर्जी से कर दे रहे हैं. इसके लिए साइबर ठग किसी को कोई फोन कॉल नहीं करते हैं, न कोई ओटीपी की बात आती है, सोशल मीडिया पर इस तरह का जाल फैलाया है कि शिक्षित लोग भी आसानी से इनके झांसे में आ रहे हैं. हीरापुर थाना क्षेत्र इलाके के निवासी श्री मोहन ने अपनी शिकायत में बताया कि टेलीग्राम अकाउंट गूगल एससीओ कस्टमर स्पोर्ट के माध्यम से एक टेलीग्राम चैट सपोर्ट चैनल के माध्यम से वह ठगों के संपर्क में आये. जहां उन्हें फीडबैक जमा करने की जरूरत थी और उनकी दी गयी फीडबैक के अनुसार कमीशन प्राप्त होगा. उस चैनल के माध्यम से एक आकर्षक प्रस्ताव के रूप में श्री मोहन उन लोगों से जुड़ गये. उन्हें व्यवसाय शुरू करने के लिए कई विनियामक शुल्क आदि के लिए पैसा जमा करने का निर्देश दिया गया. उनके निर्देशों पर अमल करते हुए 17 मई से 12 जून के बीच 24 लाख रुपये उनके विभिन्न खातों व वॉलेट में उन्होंने जमा किये. बाद में उन्हें समझ में आया कि वह ठगी के शिकार हो चुके हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version