खजूर बना केएमसी के लिए सिर दर्द

पोषक तत्वों से भरपूर यही खजूर इन दिनों कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के लिए सिर दर्द बन गया है, क्योंकि जब्त किये गये कई टन खजूर को निगम के धापा स्थित डंपिंग ग्राउंड में डंप किया जाना है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 14, 2024 2:01 AM

कोलकाता. खजूर का नाम सुनते ही लोगों के मुंह में पानी आ जाता है. मीठा होने के बाद भी यह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है. अगर आप सुबह इसे खाली पेट खाते हैं, तो इसमें मौजूद फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटाशियम, विटामिन बी6 और आयरन आपके शरीर को कई बीमारियों से भी बचाते हैं. लेकिन पोषक तत्वों से भरपूर यही खजूर इन दिनों कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के लिए सिर दर्द बन गया है, क्योंकि जब्त किये गये कई टन खजूर को निगम के धापा स्थित डंपिंग ग्राउंड में डंप किया जाना है. निगम अब पुलिस की सुरक्षा के बीच खजूर को धापा में डंप करना चाहता है.

इस संबंध में निगम के ठोस कचरा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि एक्साइज विभाग द्वारा बड़ी मात्रा में खजूर जब्त किये गये हैं. खजूर को निगम के डंपिंग ग्राउंड में डंप किये जाने के लिए एक्साइज विभाग द्वारा केएमसी से आवेदन किया गया है. उन्होंने बताया : अब तक हमें यह नहीं बताया गया है कि कितनी मात्रा में खजूर को डंप करना है. 10 टन से अधिक खजूर हम धापा में डंप नहीं कर सकते हैं. एक साथ 10 टन से अधिक खजूर को किसी वाहन से धापा डंपिंग ग्राउंड तक पहुंचाने से जमीन धंस सकती है. अधिकारी ने बताया : हम पुलिस सुरक्षा के बीच खजूर को डंप करना चाहते हैं, क्योंकि यह खाने की सामग्री है. इसलिए इसे डंपिंग ग्राउंड के किसी स्थान पर खुले में डंप नहीं कर सकते. अधिकारी ने बताया कि इससे पहले जब्त की गयी झींगा मछली को धापा में डंप करने के लिए लाया गया था. तब डंप किये जाने के दौरान धापा के आसपास रहने वाले गांववालों को इसकी भनक लग गयी थी. इसके बाद ही डंप किये जाने के दौरान लूट मच गयी थी. लोग जोर जबरदस्ती झींगा मछली लूट कर चले गये. इसके बाद झींगा को खाने वाले लोग बीमार पड़ गये, क्योंकि मछली सड़ी हुई थी. इस घटना के कारण निगम की काफी फजीहत भी हुई थी. अधिकारी ने कहा : ऐसे में हम दोबारा इस तरह की गलती नहीं दोहराना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हमने एक्साइज से पूछा है कि कितनी मात्रा में वे खजूर डंप करना चाहते हैं. इसकी जानकारी दें. इसके बाद हम पुलिस से गुहार लगायेंगे कि उनकी सुरक्षा के बीच इस खजूर की डंपिंग हो, ताकि स्थानीय लोग लूट न मचा सकें.

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