मोबाइल टावर के नाम पर लाखों की ठगी में मध्यमग्राम व बांसद्रोणी से तीन गिरफ्तार

तीन साल पहले बाराबनी थाना क्षेत्र के पानुड़िया इलाके के निवासी चिंतामणि चार को हिटाची कंपनी का टावर बैठाने के नाम पर 12 लाख रुपये की ठगी करने के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर गुरुवार को आसनसोल अदालत में पेश किया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 25, 2024 9:36 PM

आसनसोल/रूपनारायणपुर/कुल्टी.

तीन साल पहले बाराबनी थाना क्षेत्र के पानुड़िया इलाके के निवासी चिंतामणि चार को हिटाची कंपनी का टावर बैठाने के नाम पर 12 लाख रुपये की ठगी करने के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर गुरुवार को आसनसोल अदालत में पेश किया. जिसमें बांसद्रोणी (कोलकाता) थाना इलाके के निवासी और कांड का मास्टरमाइंड सह कॉल सेंटर संचालक शुभंकर ब्रम्हचारी, मध्यमग्राम स्थित कॉल सेंटर से शुभंकर की पत्नी मानसी पाल और उसकी मित्र मौसमी नंदी शामिल है. कांड के जांच अधिकारी ने आरोपियों के 14 दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की, अदालत ने 11 दिनों की पुलिस रिमांड मंजूर की. गुरुवार को पुलिस उपायुक्त (वेस्ट) संदीप कर्रा ने कुल्टी स्थित अपने कार्यालय में पत्रकार सम्मेलन कर बताया कि कॉल सेंटर से 44 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, चार रजिस्टर बुक जब्त किया गया है. कॉल सेंटर में ग्रेजुएट और उच्च माध्यमिक पास लड़के लड़कियों को लोगों को ठगने के काम पर लगाया जाता था. रजिस्टर में सभी के लिए स्क्रिप्ट तैयार रहता था, उसी आधार पर ये कॉल सेंटर के कर्मचारी लोगों को फंसाने के कार्य करते थे. इनके कॉल सेंटर में 40 युवक युवतियां काम करती थी. ये लोग करोड़ो रूपये की ठगी कर चुके हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

क्या है पूरा मामला

बाराबनी थाना में 22 जुलाई 2023 को चिंतामणि चार ने एक शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने लिखा था कि हिटाची कंपनी का टावर बैठाने के नाम पर उनसे 12 लाख रुपये की ठगी हुई है. तीन जून 2022 को उनके पास एक कॉल आया. जिसमें उनके जमीन और टावर बैठाने का प्रस्ताव दिया गया है और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर समय-समय पर कुल 12 लाख रुपये ठगों ने ले लिया. जब उन्हें अहसास हुआ कि वे ठगी के शिकार हो चुके हैं तबतक काफी देर हो चुकी थी. 22 जुलाई 2023 को बाराबनी थाना में शिकायत की. उनकी शिकायत के आधार पर बाराबनी थाना में कांड संख्या 94/23 में सागर सरकार, सैकत राय और रितेश शर्मा को नामजद आरोपी बनाकर आइपीसी की धारा 379/420/406/120बी/34 के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई.

कैसे पकड़े गये आरोपी

इस मामले में पुलिस ने काफी बारीकी से काम किया. सूत्रों के अनुसार श्री चार ने जिन-जिन अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किया था. उन अकाउंट की जांच करने के दौरान शुभंकर ब्रम्हचारी का नाम सामने आया. जिसके बाद पुलिस ने उसका नम्बर निकाला और उस फोन नम्बर को सर्विलांस पर डाला. जिसके बाद पूरे मामले का ही खुलासा हो गया कि शुभंकर ही मास्टरमाइंड है. वह बांसद्रोणी इलाके में रहता है और मध्यमग्राम में कॉल सेंटर चलाता है. पुलिस के उसे पकड़ने के लिए वहां जाकर रेकी की और मौका मिलते ही बुधवार को उसे दबोच लिया. एक ही साथ मध्यमग्राम में भी कॉल सेंटर पर रेड हुआ. वहां से उसकी पत्नी और उसकी सहेली को पकड़ा गया. प्राथमिकी में नामजद तीनों आरोपियों के आवास पर ही पुलिस पहुंची लेकिन इनकी गिरफ्तारी की खबर सुनते ही वे लोग मोबाइल बंद करके फरार हो गए हैं. पुलिस उनकी तलाश कर रही है.

करोड़ों की ठगी कर चुके हैं आरोपी

पुलिस उपायुक्त (वेस्ट) श्री कर्रा ने बताया कि प्राथमिक जांच में यह बात सामने आ रही है कि यह लोगो सैकड़ों लोगों से करोड़ो रूपये की ठगी कर चुके है. ये लोग बैंक अधिकारी बनकर अकाऊंट खुलवाने के लिए प्रोसेसिंग फीस, एटीएम के नाम पर, मोबाइल टावर बैठाने के नाम पर आदि विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध को अंजाम देते रहे हैं. इनके कॉल सेंटर में 40 युवक युवतियां काम करती हैं. लोगों को ठगने के लिए किसे क्या कहना है? इसका पूरा स्क्रिप्ट रजिस्टर में लिखा हुआ है. ये लोग उसी स्क्रिप्ट के आधार पर लोगों से बात करते थे. रिमांड अवधि में इनके पास से काफी कुछ जनाकारी पुलिस को मिलेगी.

अनेक मामलों में जमानत पर रिहा हैं आरोपी

पुलिस उपायुक्त (वेस्ट) श्री कर्रा ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि ये आरोपी अनेक मामलों में जमानत पर बाहर हैं. किन-किन मामलों में ये आरोपी हैं, इनका नेटवर्क कहां-कहां फैला है, इन सब की पड़ताल में पुलिस लग गयी है.

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