Lok Sabha Election 2024 : धूपगुड़ी में वोटर कार्ड लेकर वोट डालने आये शख्स ने जब सुना ‘मर गए हैं आप’
Lok Sabha Election 2024 : मतदान ड्यूटी पर तैनात पीठासीन अधिकारी ने कहा कि उन्हें कुछ नहीं करना है क्योंकि मतदाता सूची में कुछ नाम हटा दिया गया है इसलिए वह मतदान नहीं कर सकती है. इसलिए वृद्धा को वापस भेज दिया गया है.
Lok Sabha Election 2024 : सिलीगुड़ी के 34 नंबर वार्ड स्थित वाल्मिकी विद्यापीठ स्कूल में घटी. स्थानीय निवासी गोबिंद राय शुक्रवार को बूथ संख्या 236 पर मतदान करने आये. जब वह लाइन में खड़े होकर बूथ में दाखिल हुए तो पता चला कि उनका नाम सूची में नहीं है क्योंकि उनकी मृत्यु हाे चुकी है. इसलिए उन्हें वोट नहीं डालने दिया गया. वह कागज पर मर चुकी है लेकिन वह जिंदा है. बसंती दास नाम की बुजुर्ग महिला आंखों में आंसू लेकर मतदान केंद्र से वापस आईं. यह घटना धूपगुड़ी नगरपालिका के 7वें वार्ड में मतदान के दिन सुबह हुई. धूपगुड़ी के वैराथिगुड़ी हाई स्कूल में बसंदी देवी का मतदान केंद्र है. जब उन्हें वोट नहीं डालने दिया गया तो वह काफी नाराज दिख रही थी.
करीब डेढ़ घंटे तक मतदान की लाईन में खड़े रहने के बाद भी नहीं दे पाई वाेट
मतदान ड्यूटी पर तैनात पीठासीन अधिकारी ने कहा कि उन्हें कुछ नहीं करना है क्योंकि मतदाता सूची में कुछ नाम हटा दिया गया है इसलिए वह मतदान नहीं कर सकती है. इसलिए वृद्धा को वापस भेज दिया गया है. वृद्धा के बेटे उज्ज्वल दास कहते हैं, ”मां अकेले वोट देने गईं थीं. लेकिन वहां से कहते हैं कि तुम्हारा कोई नाम नहीं है, तुम मर गइै हो. मां ने बाहर आकर हमें बताया. जब उन्होंने दोबारा बात की तो उन्होंने कहा कि नाम की जगह मृत लिखा हुआ है. हम बाद में इस मामले पर कार्रवाई की जाएगी. मां करीब डेढ़ घंटे तक मतदान की लाईन में खड़ी रहीं. फिर भी वोट नहीं दे सकी. हम हर बार यहां वोट करते हैं. मुझे नहीं पता कि इस बार ऐसा कैसे हुआ.
वहीं, बसंती देवी ने आंखों में आंसू भरकर कहा, ”मैं वार्ड नंबर सात की रहने वाली हूं. मैं साढ़े सात बजे वोट देने गई थी. लेकिन, काफी देर तक लाइन में खड़े रहने के बाद भी मैं वोट नहीं कर सकी. इसमें कहा गया है कि सरकार के खाते में नाम नहीं है. वे काफी देर तक एक-दूसरे को फोन करते रहे. हमने जिला प्रशासक के कार्यालय को भी फोन किया. फिर उन्होंने कहा कि इस साल नहीं होगा. मामले की कार्रवाई होगी.