महिलाओं पर कथित अत्याचार की घटनाओं के खिलाफ भाजपा विधायकों का प्रदर्शन
भाजपा के विधायकों ने महिला उत्पीड़न के आरोपों पर विधानसभा में चर्चा की मांग की थी, लेकिन अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने उनके आवेदन को खारिज कर दिया. इसके बाद भाजपा विधायक सदन से बाहर चले गये और विधानसभा के गेट के सामने बैठ कर धरना प्रदर्शन करने लगे.
कोलकाता. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने महिला उत्पीड़न के आरोपों पर विधानसभा में चर्चा की मांग की थी, लेकिन अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने उनके आवेदन को खारिज कर दिया. इसके बाद भाजपा विधायक सदन से बाहर चले गये और विधानसभा के गेट के सामने बैठ कर धरना प्रदर्शन करने लगे. भाजपा विधायकों ने राज्य में महिलाओं पर कथित उत्पीड़न के आरोपों पर विधानसभा में चर्चा की मांग की. भाजपा विधायकों की ओर से अग्निमित्रा पॉल ने प्रस्ताव पेश किया था. इस संदर्भ में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि सरकार से अनुरोध है कि कानून व्यवस्था एक संवेदनशील मुद्दा है. राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा नहीं हुई. गृह विभाग का बजट गिलोटिन में भेज दिया गया, तो विधानसभा में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कब और कैसे होगी? उनका अनुरोध था कि किसी अन्य मंत्री को गृह विभाग की जिम्मेदारी सौंपी जाये. विपक्ष के नेता की इन टिप्पणियों के बीच ही तृणमूल विधायकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.
इस संबंध में प्रतिक्रिया देते हुए राज्य की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य के हाथों से कानून-व्यवस्था का अधिकार छीनने के लिए तीन आपराधिक कानून बनाये गये हैं. राज्य के अधिकारों में हस्तक्षेप करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके बाद तृणमूल विधायकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इसी बीच, भाजपा विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया और गेट के सामने धरना देने लगे.
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