WB News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर जातिवादी टिप्पणी करने वाले तृणमूल कांग्रेस नेता पीयूष पांडा पर राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग सख्त हो गया है. आयोग ने राज्य के डीजीपी (DGP) से इस मामले में की गयी कार्रवाई का ब्योरा मांगा है. आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष हंसराज अहीर ने इस मामले में जांच के आदेश भी दिये हैं. राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने पश्चिम बंगाल के डीजीपी को लिखे पत्र में कहा है कि समाचार पत्रों और सोशल मीडिया के माध्यम से राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को यह जानकारी प्राप्त हुई है कि तृणमूल कांग्रेस नेता पीयूष पांडा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया है.
आपत्तिजनक टिप्पणी को गंभीरता से लेते हुए जांच करने का किया फैसला
आयोग ने लिखा है कि प्रधानमंत्री पद पर बैठे हुए पिछड़े वर्ग के व्यक्ति के खिलाफ की गयी आपत्तिजनक टिप्पणी को राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने गंभीरता से लेते हुए जांच करने का फैसला किया है. आयोग ने इस संबंध में संविधान के अनुच्छेद 338 (ख) के तहत पश्चिम बंगाल के डीजीपी से इस मामले में की गई कार्रवाई का ब्यौरा देने को कहा है. यह ब्यौरा डीजीपी को शपथ पत्र पर देना होगा. इससे पहले पीयूष पांडा के बयान को लेकर भाजपा नेताओं ने चुनाव आयोग और राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग से कार्रवाई की मांग की थी.
Mamata Banerjee : ममता बनर्जी का उत्तर बंगाल दौरा कल से, हाबरा में भी करेंगी प्रशासनिक बैठक
शुभेंदु अधिकारी ने भेजी थी शिकायत
इस कार्रवाई को लेकर आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर ने कहा कि प्रधानमंत्री जैसे सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति की जाति का नाम लेकर राम मंदिर उद्घाटन करने के अधिकार संबंधी विचार व्यक्त किये जाते हैं तो यह आपत्तिजनक स्थिति है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में शुभेंदु अधिकारी ने शिकायत भेजी थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए वह निश्चित रूप से इस पर कार्रवाई करने जा रहा हैं.पीयूष पांडा के बयान को सामने लाने वाले पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने इस मामले पर कार्रवाई करने के लिए पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर का धन्यवाद किया है.