बर्दवान/पानागढ़ मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल के बर्दवान दुर्गापुर लोकसभा के भाजपा प्रार्थी दिलीप घोष (Dilip Ghosh) शुक्रवार को बर्दवान नगर पालिका में अपने चुनावी प्रचार के दौरान मीडिया से बात-चीत के क्रम में तृणमूल कांग्रेस के शर्बत मुद्दे को लेकर पूछे गए सवाल पर कटाक्ष करते हुए दिलीप घोष ने कहा की मैं चीनी नही खाता, मैंने उनका प्यार देख शर्बत पिया. तृणमूल द्वारा दिया गया शर्बत काफी मीठा था. उन्होंने मुझे प्रेम से शर्बत पिलाया. इसलिए मैं उन लोगों की बात नहीं काट सका. वैसे मैं चीनी नहीं खाता. मैंने उनका प्यार पाया. जो लोग मेरी गाड़ी तोड़ते थे, काले झंडे दिखाते थे, अब वे मुझे शर्बत के लिए बुला रहे हैं.तृणमूल बदल रहा है.
दिलीप पहुंचे तृणमूल कैंप
गुरुवार को बर्दवान के तालित के पास तृणमूल के शर्बत वितरण कैंप में एक और तस्वीर देखने को मिली. इसी तृणमूल कैंप से बर्दवान दुर्गापुर के बीजेपी उम्मीदवार दिलीप घोष प्रचार करने जा रहे थे. यह देख तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उनकी कार रोक ली. दिलीप मुस्कुराते हुए कार से उतरे और तृणमूल कैंप में दाखिल हुए. उन्हे तृणमूल कार्यकर्ताओं द्वारा शर्बत दिया गया. भाजपा उम्मीदवार गर्मी में यात्रा करने से थक जाने के कारण तृणमूल कार्यकर्ताओं द्वारा दिया गया शर्बत पी गए. उन्होंने माइक लिया और वह सभी को स्वस्थ रहने की सलाह देते हुए शिविर से बाहर निकल गए.
बीजेपी को किसी चीज की जरूरत नहीं : दिलीप घोष
आज दिलीप घोष ने शर्बत-शिष्टाचार का जवाब दिया. इस बारे में उन्होंने कहा, ”तृणमूल का शर्बत काफी मीठा था. उन्होंने प्रेम से शर्बत पिलाया था. मैं चीनी नहीं खाता. मैंने उनका प्यार पा लिया. हालांकि, अपने आस-पास के तृणमूल कार्यकर्ताओं के इस शिष्टाचार के बारे में दिलीप घोष ने चुटकी लेते हुए कहा तृणमूल में काफी बदलाव आया है. हालांकि, बीजेपी प्रत्याशी गुरुवार की तरह ‘गांधीगिरी’ की बात नहीं कर रहे थे, बल्कि स्वाभाविक तरीके से बात कर रहे थे. उनके शब्दों में, ”मुख्यमंत्री केवल दंगों और हिंसा की बात करती हैं. ये बातें उन्होंने तब भी कहीं जब वे उनके कार्यक्रम में गए थे. भाजपा सौहार्द के साथ सब कुछ ठीक कर देगी. बीजेपी को किसी चीज की जरूरत नहीं है. बीजेपी का वोट ही हथियार है. हम चुपचाप बैठने नहीं आये हैं. चुनाव में बीजेपी पूरी तरह से जवाब देगी.