Dilip Ghosh : पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर-बर्दवान लोकसभा सीट से चुनाव हारने वाले भाजपा नेता दिलीप घोष (Dilip GHosh) ने फिर पार्टी के प्रदर्शन पर सवाल उठाया है. दिलीप घोष ने कहा कि चुनाव में जीत-हार होती है. लेकिन बंगाल में भाजपा का संगठन कमजोर पड़ गया था. भाजपा कार्यकर्ता उत्साह के साथ मैदान में नहीं उतरे. मेदिनीपुर से हटा कर दुर्गापुर-बर्दवान में उम्मीदवार बनाने को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मेदिनीपुर में बूथ स्तर पर उन्होंने मजबूत संगठन तैयार किया था. उन्हाेंने कई काम भी किये थे. संसद कोष से काफी राशि इलाके में खर्च की थी. लोग काफी खुश भी थे. सभी दल के लोग मेरे पक्ष में थे. कोई कारण रहा होगा कि पार्टी ने फिर से मेदिनीपुर से टिकट नहीं दिया. यह फैसला गलत था. यह चुनावी नतीजों से साफ हो गया है. इस बार हम प्रथम लाइन कार्यकर्ता तक नहीं पहुंच पाये, इसलिए भाजपा का वोट कम हुआ. हमें पराजय झेलनी पड़ी.
सभी जिलों का करेंगे दौरा : दिलीप घोष
भाजपा कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमले को लेकर पूछे जाने पर दिलीप घोष ने कहा कि चुनाव बाद इस राज्य में इस तरह की घटना देखी जा रही है. जो भाजपा के साथ खड़े हैं, वे इसे अच्छी तरह से जानते भी हैं. पिछले 10 साल से यह हो रहा है. पुलिस पर अब कोई भरोसा नहीं करता. इसके बाद भी भाजपा कार्यकर्ता पार्टी के साथ डट कर खड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि 19 जून तक राज्य में केंद्रीय वाहिनी है. उनका कहना था कि वह सभी जिलों में जायेंगे.
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भाजपा कार्यकर्ताओं से करेंगे बात
भाजपा कार्यकर्ताओं से बात करेंगे. वह इस काम को जल्द-जल्द शुरू कर देंगे. उन्होंने कहा : इससे पहले भी ऐसा कर चुका हूं. फिर से करूंगा. उन्होंने बताया कि मेदिनीपुर से भी कई लोगों ने फोन कर बात की. सभी हताश हैं. जब वह पार्टी अध्यक्ष थे, तो राज्य भर में घूमते थे. पार्टी हमें फिर से दायित्व दे या न दे, लेकिन मेरी भूमिका नहीं बदलेगी.