दुर्गापुर.
रामनवमी पर बुधवार को दुर्गापुर के विभिन्न मंदिरों में जाकर भाजपा उम्मीदवार दिलीप घोष ने दर्शन-पूजन किया. फिर शोभायात्राओं में शामिल हुए. इस्पात नगर के चंडीदास बाजार समिति की ओर से आयोजित रामनवमी पूजन कार्यक्रम में दिलीप घोष ने अस्त्र-पूजन किया. पुरोहित ने मंत्रोच्चार के बाद तलवार को दिलीप को थमाया. भाजपा प्रार्थी ने तलवार को माथे से लगाने के बाद पुरोहित को लौटा दिया . मौके पर घर और जेल को एक समान मानने के मुख्यमंत्री के बयान के संदर्भ में पूछने पर मेदिनीपुर के निवर्तमान सांसद ने कटाक्ष करते हुए कहा कि यह अवसर भी उन्हें दिया जायेगा, पर वो समय आने में अभी देर है. दिलीप ने दावा किया कि आनेवाले समय में उनका बुढ़ापा वृद्धाश्रम में बीतेगा. वह अब किसी का कुछ नहीं बिगाड़ पायेंगी, समय बदल चुका है. जनता अब तृणमूल के नेताओं को जूता, लाठी, झाड़ू दिखा रही है. दीदी को भी जल्द ही जनता का यह रूप भी झेलना पड़ेगा. दिलीप घोष के मुताबिक सारे पापों का हिसाब होगा. बर्दवान-दुर्गापुर के भाजपा प्रत्याशी के अनुसार 40 – 45 वर्षों के लंबे राजनीतिक जीवन में उन्हें देख कर जनता चोर-चोर का नारा लगा रही है, इससे बड़ा दुर्भाग्य कुछ और नहीं हो सकता. इससे बेहतर होता कि वह संन्यास ले लेतीं. राज्य में शोभायात्रा, पूजा-पाठ, छुट्टी आदि का फैसला कोर्ट को करना पड़ रहा है. राज्य में तृणमूल के लोग बांग्लादेश का ‘जय बांग्ला’ नारा लगा रहे हैं. असल में पश्चिम बंगाल को देश से बाहर के राज्य जैसा समझा व दिखाया जा रहा है. राज्य की तृणमूल सरकार हर काम देश के संविधान से परे जाकर करना चाहती है. समय आने पर जनता इसका माकूल जवाब देगी.