प्रवासियों को रोजगार मुहैया कराने को लेकर जिला शासक ने व्यवसायी और उद्योगपतियों के साथ की मंत्रणा
कोरोना के कारण विभिन्न राज्यों से जिले में वापस लौटे प्रवासियों को उनके योग्यता के आधार पर कार्य मुहैया कराने के तहत जिला शासक ने एक पहल की है. इसके तहत प्रवासियों को यहां रोजगार मुहैया कराने के लिए जिले के उद्योगपतियों और व्यवसायियों के साथ जोड़ने का कार्य किया जा रहा है.
आसनसोल (पश्चिम बंगाल) : कोरोना के कारण विभिन्न राज्यों से जिले में वापस लौटे प्रवासियों को उनके योग्यता के आधार पर कार्य मुहैया कराने के तहत जिला शासक ने एक पहल की है. इसके तहत प्रवासियों को यहां रोजगार मुहैया कराने के लिए जिले के उद्योगपतियों और व्यवसायियों के साथ जोड़ने का कार्य किया जा रहा है. इसके लिए आगामी 17 जून को एक वर्कशॉप आयोजित हो रही है.
जिला शासक पूर्णन्दू कुमार माजी ने द्वितीय चरण में जिले के चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि और उद्योगपतियों के साथ गुरुवार को अड्डा भवन के सम्मेलन कक्ष में बैठक की. इस बैठक में आगामी 17 जून को रवींद्र भवन में आयोजित होनेवाले वर्कशॉप को लेकर मंत्रणा की है. इस दौरान रोजगार मुहैया कराने के लिए जिले के उद्योगपतियों और व्यवसायियों के साथ जोड़ने का कार्य पर जोर दिया गया है. जहां व्यवसायी व उद्योगपति अपनी जरूरत के आधार पर प्रवासियों को नियोजन देंगे.
इस मुद्दे पर हुई बैठक में श्री माजी के साथ अतिरिक्त जिला शासक (जनरल) सुभेन्दु बासु, जिला प्लनिंग अधिकारी कमल दे, महाप्रबंधक (डीआईसी), आसनसोल चेंबर ऑफ कॉमर्स, उखड़ा चेंबर ऑफ कॉमर्स, दुर्गापुर स्मॉल इंडस्ट्री एसोसिएशन, दुर्गापुर सब अर्बन चेंबर ऑफ कॉमर्स, रिफैक्ट्री ब्रिक्स मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन, दुर्गापुर चेंबर ऑफ कॉमर्स, पांडेश्वर चेंबर ऑफ कॉमर्स, बर्नपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स, मंगलपुर इंडस्ट्री एंड ट्रेड वेलफेयर एसोसिएशन, बामुनारा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, फ्लाई एस ब्रिक्स एंड ब्लॉक्स मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन, क्रेडाई आसनसोल और पश्चिम वर्द्धमान फेडरेशन ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के प्रतिनिधि उपस्थित थे.
Also Read: कोविड अस्पताल की बोझ को कम करने की कवायद शुरू, कोरोना संक्रमितों का अब घर पर हो रहा है इलाज
मालूम हो कि विभिन्न राज्यों में कार्य करने वाले 13,556 लोग कोरोना के कारण अपने घर वापस लौट आये हैं. जिला प्रशासन ने इनलोगों का डेटाबेस तैयार किया है. जिनमें इनका स्थायी पता, उम्र, शैक्षणिक योग्यता, कार्य का अनुभव आदि संग्रह किया गया है.
जिले में वापस लौटने वाले प्रवासियों को उनकी योग्यता के आधार पर प्रशासन ने जिले में ही काम देने की मुहिम शुरू की है. जिसके तहत जिला शासक ने जिले के सभी व्यवसायिक और औद्योगिक संगठनों के साथ दो चरणों में बैठक की.
जिला शासक श्री माजी ने बताया कि कोरोना के कारण जिले में स्थित विभिन्न उद्योगों में जो बाहरी श्रमिक थे वे काम छोड़कर चले गये हैं. ऐसे में उद्योगों को भी आदमी की जरूरत है और जिले में वापस लौटे प्रवासियों को कार्य की जरूरत है. इस विषय को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने प्रवासियों का डेटाबेस तैयार किया.
इस डेटाबेस को जिले के व्यवसायी और उद्योगपतियों को मुहैया कराया गया है. वे अपनी जरूरत के आधार पर इस डेटाबेस से प्रवासियों में से अपने काम के लिए आदमी चुन सकेंगे. इसे लेकर आगामी 17 जून को रवींद्र भवन में एक वर्कशॉप का आयोजन होगा. इसमें उद्योगपति व व्यवसायी अपने जरूरत के आधार पर स्किल्ड और अनस्किल्ड प्रवासियों को अपने इकाई में कार्य देने के लिए चुनेंगे. प्रवासियों के साथ उत्कर्ष बांग्ला से प्रशिक्षण प्राप्त युवक भी यहां शामिल होंगे. उन्हें भी ट्रेनी के तौर पर कार्य देने की पहल की गयी है.
Posted By : Samir ranjan.