बिजली की बर्बादी रोकें, ट्रेनों में बेवजह लाइट-पंखे न चलाएं
रेलवे की अपील
रेलवे की अपील कोलकाता. बिजली की बर्बादी रोकने के लिए पूर्व रेलवे ने यात्रियों से यात्रा के दौरान बेवजह बिजली-पंखे चलाने से बचने की अपील की है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी दो दिन पहले नबान्न में आयोजित एक प्रशासनिक बैठक में सभी सरकारी कार्यालयों के कर्मचारियों को बिजली की बर्बादी रोकने का निर्देश दिया था. रेलवे ने बुधवार को एक विज्ञप्ति जारी कर यात्रियों से अनुरोध किया कि यात्रा के बाद जब ट्रेन अपने गंतव्य पर पहुंच जाये, तब यात्री ट्रेन के पंखे और लाइट बंद कर दें. रेलवे का कहना है कि ऐसा करने से बिजली की बर्बादी कम होगी. ट्रेन परिचालन की लागत भी घटेगी. अक्सर देखा जाता है कि ट्रेन में यात्री तो नहीं होते, लेकिन लाइट और पंखे चल रहे होते हैं. चाहे लोकल ट्रेन हो या लंबी दूरी मेल-एक्सप्रेस. सभी की तस्वीर एक ही जैसी है. पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने कहा इस पहल का उद्देश्य ऊर्जा की बर्बादी को कम करना है. इससे जहां ट्रेन परिचालन की लागत में कमी आयेगी. वहीं, पर्यावरण का संतुलन भी बना रहेगा. यह अभियान तभी सफल हो सकता है जब इसमें यात्री पहल करेंगे. रेलवे ने यात्रियों से आग्रह किया है कि दिन में जब प्राकृतिक रोशनी पर्याप्त हो, तो अनावश्यक रूप से जल रहीं लाइटों को बंद रखें. कई बार देखा गया है कि ट्रेन की सीट पर यात्री न होने पर भी पंखे चलते रहते हैं. ऐसे में जहां संभव हो, पंखा बंद रखें. ट्रेनों में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग न करते समय चार्जिंग प्वाइंट बंद कर दें.
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