West Bengal : साढ़े चार घंटे का ऑपरेशन, डॉक्टरों ने निकाली वृद्धा के लिवर से आठ किलो का सिस्ट
West Bengal : डॉ सिराज अहमद, सर्जन ने बताया कि महिला के लीवर में यह सिस्ट बचपन से था. पिछले कुछ महीनों से उन्हें शारीरिक परेशानी हो रही थी. शुरूआत में उन्होंने ध्यान नहीं दिया. हाल ही में उन्हें सिस्ट होने का पता चला. ऑपरेशन के दौरान लिवर का दो तिहाई हिस्सा काट कर अलग कर दिया गया है.
हावड़ा, कुंदन झा : पश्चिम बंगाल के शिवपुर स्थित श्री जैन हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के डॉक्टरों ने एक मुश्किल ऑपरेशन (Operation) को सफल किया है. डॉ सिराज अहमद और डॉ शांतुनु सिन्हा ने एक वृद्धा के पेट से करीब आठ किलोग्राम का सिस्ट ऑपरेशन करके निकाला है. यह सिस्ट महिला के लीवर में था. ऑपरेशन के बाद महिला की तबीयत स्थिर है. कुछ दिनों बाद महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जायेगा. जानकारी के अनुसार, डुमुरजला की रहने वालीं चंद्रा दास (60) को काफी समय से पेट में दर्द, उल्टी और सांस लेने में परेशानी हो रही थी. शारीरिक परेशानी काफी बढ़ने के बाद परिजनों ने पहले स्थानीय एक डॉक्टर को दिखाया.
सिस्ट का आकार फुटबॉल से भी था बड़ा
कई सारे जांच होने के बाद परिजनों को मालूम हुआ कि महिला के लीवर में सिस्ट है. सिस्ट का आकार एक फुटबॉल से दोगुणा अधिक था. परिजनों ने डॉ अहमद से संपर्क साधा. सात जुलाई को महिला अस्पताल में भर्ती हुईं. ऑपरेशन के लिए डॉ अहमद के नेतृत्व में एक टीम बनायी गयी. इस टीम में दो सर्जन के अलावा गायनोकॉलोजिस्ट को भी टीम में शामिल किया गया. गुरुवार को वृद्धा का ऑपरेशन किया गया. डॉक्टरों ने बताया कि ऑपरेशन बहुत आसान नहीं था. करीब साढ़े चार घंटे तक ऑपरेशन चला. वृद्धा को अभी डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है. अगले सप्ताह महिला को डिस्चार्ज किया जायेगा.
महिला के लीवर में यह सिस्ट बचपन से था
डॉ सिराज अहमद, सर्जन ने बताया कि महिला के लीवर में यह सिस्ट बचपन से था. पिछले कुछ महीनों से उन्हें शारीरिक परेशानी हो रही थी. शुरूआत में उन्होंने ध्यान नहीं दिया. हाल ही में उन्हें सिस्ट होने का पता चला. ऑपरेशन के दौरान लिवर का दो तिहाई हिस्सा काट कर अलग कर दिया गया है. सिस्ट का वजन लगभग आठ किलो था. सिस्ट फैलकर फेफड़ा तक पहुंच गया था. यही कारण है कि उन्हें सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी. फिलहाल उनकी तबीयत में सुधार हो रहा है.
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