आसनसोल.
आसनसोल रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक चेतनानंद सिंह की पहल पर जसीडीह रेलवे स्टेशन के बाहर डॉग कैनल बनाने की तैयारी हो चुकी है. रेल मंडल के वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त राहुल राज ने बताया कि आसनसोल रेल मंडल में एक डॉग स्क्वायड है. आसनसोल मंडल रेल कार्यालय के निकट पांच डॉग स्क्वाड कैनल बनाया गया है. आसनसोल डिविजन काफी बड़ा डिवीजन है जिसका क्षेत्र झारखंड और बिहार के सीमावर्ती इलाके तक है. जैसे जसीडीह, दुमका, देवघर, बासुकीनाथ, सिमुलतला, गिरिडीह, मधुपुर आदि रेलवे स्टेशन आसनसोल से 100 किलोमीटर की दूरी पर हैं. स्टेशन के आसपास कोई अपराधी घटना होने से आसनसोल से डॉग मंगाया जाता है. इन्हें लाने ले जाने में दो से तीन घंटे का समय लग जाता है. जिसके कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसे देखते हुए जसीडीह रेलवे स्टेशन पर अब एक डॉग कैनल बनाया जा रहा है. सावन मेले में इन सभी स्टेशनों पर यात्री देश के कोने-कोने से जल चढ़ाने के लिए आते हैं. जिसके कारण स्टेशन में कांवरियों की भीड़ हो जाती है. इस दौरान किसी प्रकार की आपराधिक घटना ना घटे इसके लिए आसनसोल रेल मंडल के सभी डॉग को ले जाकर ड्यूटी में तैनात किया जाता है. यह एक बड़ी समस्या है. इसे लेकर मंडल रेल प्रबंधक ने जसीडीह रेलवे स्टेशन में डॉग कैनल बनाने से क्या-क्या फायदा होगा इसे लेकर वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त से बात करके यह कदम उठाने के लिए कहा गया. वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त राहुल राज ने जसीडीह रेलवे स्टेशन पर किस स्थान पर डॉग कैनल बनाया जाए उसका उन्होंने जायजा लिया. श्री राज ने बताया कि आने वाले अमृत भारत योजना के तहत अब झारखंड और बिहार के कुछ स्टेशनों पर विकास का काम हो रहा है. यात्रियों का आगमन और भी ज्यादा हो जाने के कारण यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए यह कार्य करने का संकल्प लिया गया. स्वतंत्रता दिवस या गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाता है. स्टेशन के बाहर के परिसर की जांच में अब और भी आसानी होगी. इस डॉग कैनल में शुरुआती तौर पर तीन डॉग को रखा गया है. ट्रैकर , जेनिफर और एक्सक्लूसिव. ये तीन डॉग अपने-अपने स्थान पर कार्य करेंगे. जसीडीह और देवघर एक पर्यटन स्थल है जो आसनसोल रेल मंडल के अंतर्गत आता है. जिसे लेकर सुरक्षा की काफी अच्छी व्यवस्था करनी होती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है