खाना फेंकें नहीं, फूड एटीएम में दें, गरीबों का होगा उपकार

सांझा चूल्हा रेस्तरां की ओर से एक अनूठी पहल की गयी है. बचा हुआ खाना किसी गरीब का पेट भर सकता है, इसको ध्यान में रखकर सांझा चूल्हा रेस्तरां की ओर से सीआइटी रोड में अन्नदान फूड एटीएम मशीन लगायी गयी है.

By Prabhat Khabar Print | July 1, 2024 1:11 AM

संवाददाता, कोलकाता

सांझा चूल्हा रेस्तरां की ओर से एक अनूठी पहल की गयी है. बचा हुआ खाना किसी गरीब का पेट भर सकता है, इसको ध्यान में रखकर सांझा चूल्हा रेस्तरां की ओर से सीआइटी रोड में अन्नदान फूड एटीएम मशीन लगायी गयी है.

इस मशीन के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित आपदा प्रबंधन मंत्री जावेद खान ने कहा कि भोजन मनुष्य की एक बेसिक जरूरत है और कई बार लोग खाने की कीमत नहीं समझते हैं और बचा हुआ खाना फेंक देते हैं. इस खाने का सही उपयोग करने के लिए जो पहल की गयी है, वह सराहनीय है, इससे बहुत गरीबों का पेट भरेगा. किसी भूखे को खाना खिलाने से बड़ा कोई काम नहीं हो सकता है. इस योजना को सही तरीके से क्रियान्वित किया जाये तो बचे हुए खाने का सही इस्तेमाल हो सकता है. कार्यक्रम में रोटरी क्लब के पूर्व अध्यक्ष शेखर मेहता ने कहा कि दुनिया में सबके लिए पर्याप्त खाना है, लेकिन लालच का कोई हिसाब नहीं है. खाने का सही उपयोग हो तो कोई भी भूखा नहीं रहेगा. बचे हुए खाने के लिए फूड एटीएम का आइडिया बहुत बेहतर है.

कार्यक्रम में सांझा चूल्हा के मालिक आसिफ ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य विभिन्न रेस्तरां से बचा भोजन का पुनर्वितरण करके जरूरतमंदों को खाना खिलाना है. फूड एटीएम काॅन्सेप्ट पहली बार 15 अगस्त, 2017 को सीआइटी रोड स्थित सांझा चूल्हा रेस्तरां की तरफ से शुरू किया गया, जिसमें प्रतिदिन लगभग 50 लोगों को भोजन मिलता है. यह पहल अब पूरे शहर में फैल रही है, जिसमें पांच अलग-अलग क्षेत्रों में फूड एटीएम लगाने की योजना है. प्रत्येक क्षेत्र में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय पुलिस स्टेशनों के बाहर रणनीतिक रूप से दो फूड एटीएम लगाये जायेंगे.

स्थानीय छात्रों की भागीदारी इस पहल को और भी प्रभावशाली बनाती है. ये युवा स्वयंसेवक खाद्य एटीएम का संचालन करेंगे और विभिन्न यातायात सिग्नलों पर प्रदर्शित तख्तियों के माध्यम से भोजन की बर्बादी के बारे में जागरूकता पैदा करेंगे. इससे न केवल जनता जागरूक होगी, बल्कि युवा पीढ़ी में जिम्मेदारी और सामुदायिक सेवा की भावना भी पैदा होगी. कार्यक्रम में संयोजक व सोशल एक्टिविस्ट इमरान जाकी ने कहा कि इस योजना से खाना वेस्ट नहीं होगा और कई जरूरतमंदों तक वोलंटियर्स के जरिये खाना पहुंचेगा. फिलहाल कोलकाता वी केयर एनजीओ व कोलकाता पुलिस के सहयोग से इस पहल को मजबूती मिलेगी. इससे अधिक सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहन मिलेगा. कार्यक्रम में सांसद नदीमुल हक, आइएस भंडारी समेत कई सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे.

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